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आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम, उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के पास पहुंचे 319 आवेदन - Kumaon Division

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान प्रदेश में लौटे प्रवासियों को सरकार आत्मनिर्भर भारत से जुड़ने के लिए लगातार प्रेरित कर रही है. ऐसे में उत्तराखंड डेयरी विकास द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत प्रवासी और स्थानीय लोगों ने 31 जुलाई तक फेडरेशन को 319 आवेदन मिले हैं.

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आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
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Published : Aug 12, 2020, 3:19 PM IST

Updated : Aug 12, 2020, 5:25 PM IST

हल्द्वानी: कोरोना संकट के बीच लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय में वृद्धि के लिए उत्तराखंड डेयरी विकास द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत प्रवासी और स्थानीय लोगों ने आवेदन करने शुरू कर दिए हैं. आत्मनिर्भर योजना के तहत डेयरी विभाग की पूरे प्रदेश में 500 मिल्क बूथ खोलने की योजना है. इसी योजना के तहत 31 जुलाई तक फेडरेशन को 319 आवेदन मिले हैं.

जानकारी देते जीवन चंद्र सिंह नगन्याल निदेशक उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन

उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के निदेशक जीवन सिंह नगन्याल के मुताबिक, इस योजना के तहत लोगों को मिल्क बूथ पार्लर खोलने के लिए ₹2 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. इसमें ₹50 हजार की सब्सिडी राज्य सरकार देगी. इस योजना के तहत जनपद के 13 जिलों में आंचल मिल्क बूथ पार्लर खोले जाने हैं.

उन्होंने बताया कि मिल्क बूथ पार्लर के लिए अभी तक गढ़वाल मंडल से 145 आवेदन जबकि कुमाऊं मंडल से 174 आवेदन प्राप्त हुये हैं. देहरादून में 100 मिल्क पार्लर, देहरादून में 50, नैनीताल जनपद में 50, उधम सिंह नगर में 50 मिल्क पार्लर खोले जाने हैं. इसके अतिरिक्त अन्य जनपदों में भी मिल्क बूथ पार्लर खोले जाएंगे.

ये भी पढ़ें: एक्शन मोड में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, पंजीकरण न करने वालों पर होगी कार्रवाई

निदेशक जीवन चंद्र सिंह नगन्याल ने बताया कि एनसीडीसी योजना के तहत पशुपालकों को 3 पशुओं और 5 पशुओं तक सब्सिडी युक्त ऋण उपलब्ध कराया जाना है, जिसके लिए आवेदन आने शुरू हो चुके हैं. अभी तक 3 पशुओं के लिए 1314 जबकि, पांच पशुओं के लिए 786 पशुपालकों को चिन्हित किया गया है. राज्य सरकार द्वारा 3 पशुओं के लिए 2000 आवेदकों का जबकि, पांच पशुओं के लिए 800 आवेदकों के लिए लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि सभी लाभार्थियों के आवेदनों की स्क्रूटनी की जा रही है और जल्द इनको सब्सिडी युक्त ऋण देकर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा.

हल्द्वानी: कोरोना संकट के बीच लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय में वृद्धि के लिए उत्तराखंड डेयरी विकास द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत प्रवासी और स्थानीय लोगों ने आवेदन करने शुरू कर दिए हैं. आत्मनिर्भर योजना के तहत डेयरी विभाग की पूरे प्रदेश में 500 मिल्क बूथ खोलने की योजना है. इसी योजना के तहत 31 जुलाई तक फेडरेशन को 319 आवेदन मिले हैं.

जानकारी देते जीवन चंद्र सिंह नगन्याल निदेशक उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन

उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के निदेशक जीवन सिंह नगन्याल के मुताबिक, इस योजना के तहत लोगों को मिल्क बूथ पार्लर खोलने के लिए ₹2 लाख का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. इसमें ₹50 हजार की सब्सिडी राज्य सरकार देगी. इस योजना के तहत जनपद के 13 जिलों में आंचल मिल्क बूथ पार्लर खोले जाने हैं.

उन्होंने बताया कि मिल्क बूथ पार्लर के लिए अभी तक गढ़वाल मंडल से 145 आवेदन जबकि कुमाऊं मंडल से 174 आवेदन प्राप्त हुये हैं. देहरादून में 100 मिल्क पार्लर, देहरादून में 50, नैनीताल जनपद में 50, उधम सिंह नगर में 50 मिल्क पार्लर खोले जाने हैं. इसके अतिरिक्त अन्य जनपदों में भी मिल्क बूथ पार्लर खोले जाएंगे.

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निदेशक जीवन चंद्र सिंह नगन्याल ने बताया कि एनसीडीसी योजना के तहत पशुपालकों को 3 पशुओं और 5 पशुओं तक सब्सिडी युक्त ऋण उपलब्ध कराया जाना है, जिसके लिए आवेदन आने शुरू हो चुके हैं. अभी तक 3 पशुओं के लिए 1314 जबकि, पांच पशुओं के लिए 786 पशुपालकों को चिन्हित किया गया है. राज्य सरकार द्वारा 3 पशुओं के लिए 2000 आवेदकों का जबकि, पांच पशुओं के लिए 800 आवेदकों के लिए लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि सभी लाभार्थियों के आवेदनों की स्क्रूटनी की जा रही है और जल्द इनको सब्सिडी युक्त ऋण देकर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा.

Last Updated : Aug 12, 2020, 5:25 PM IST
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