रामनगर: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने 31 जुलाई को इस बार दसवीं-बारहवीं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया था. साथ ही एक शासनादेश जारी कर कहा था कि परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट विद्यार्थी दोबारा आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए छात्र-छात्राओं को परीक्षा परिणाम के घोषित होने के 1 महीने के अंदर आवेदन करना था.
बता दें कि इस बार कोविड के चलते उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा नहीं करवाई थी और 9वीं के परीक्षा परिणाम के आधार पर दसवीं में विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया गया था. ऐसा ही 11वीं के परीक्षा परिणाम के आधार पर 12वीं में प्रमोट कर दिया गया था. जो परीक्षार्थी परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं हैं उन्हें दोबारा आवेदन करने की मांग की गई थी. साथ ही उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने बताया था कि परीक्षा होने के बाद अगर पहले प्राप्त किये गए नंबरों से नंबर कम आते हैं तो पहले प्राप्त किये नंबर मान्य नहीं होंगे.
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वहीं, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की सचिव नीता तिवारी ने बताया कि ऐसे परीक्षार्थी जो हमारी परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट थे, ऐसे 11 विद्यार्थियों ने पुनः परीक्षा देने के लिए आवेदन किया है, जिसमें दसवीं के 5 विद्यार्थियों ने और 12वीं के 6 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है.नीता तिवारी ने कहा कि शीघ्र ही परीक्षा की तैयारियां करके इन 11 आवेदन किये हुए विद्यार्थियों की परीक्षाएं कराई जाएंगी.
बता दें कि इस बार उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद में हाईस्कूल का परीक्षाफल 99.90 प्रतिशत रहा. हाईस्कूल में बालिकाओं का 98.86 तथा बालकों का 99.30 प्रतिशत परीक्षा फल रहा.हाईस्कूल में कुल 1477 25 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. वहीं, इंटरमीडिएट का परीक्षाफल 99.56 प्रतिशत रहा. जिसमें बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.71 तथा बालकों का 99.40 प्रतिशत रहा. कुल 121704 परीक्षार्थी शामिल हुए थे.