हल्द्वानी: महिला अस्पताल (Haldwani Women Hospital) में लंबे समय से चिकित्सकों का अभाव बना हुआ है. अस्पताल प्रशासन स्थायी चिकित्सकों की तैनाती (Shortage of doctors in Mahila Hospital Haldwani) के लिए कई बार शासन को पत्र लिख चुका है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई है. जिससे गर्भवती महिलाओं को बेहतर इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है. हल्द्वानी के महिला अस्पताल में सबसे बड़ी समस्या महिलाओं सामने आ रही है जहां गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है.
हल्द्वानी महिला अस्पताल मेंअस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के दो पद स्वीकृत हैं, जिनमें अभी तक स्थायी चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हो पाई है. स्वास्थ्य विभाग ने पदमपुरी से अस्थायी तौर पर डॉ. कुमोद पंत को यहां नियुक्त किया है, जो पिछले दिनों से बीमार हैं. बताया जा रहा है कि आगामी 17 दिसंबर तक रेडियोलॉजिस्ट अवकाश पर रहेंगे उनके आने पर ही सेवा सुचारू होने की संभावना है अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMS Mahila Hospital Haldwani) उषा जंगपांगी ने बताया कि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का निशुल्क अल्ट्रासाउंड किया जाता है.
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लेकिन इन दिनों रेडियोलॉजिस्ट के अवकाश पर होने से अल्ट्रासाउंड सेवा कुछ दिन के लिए बंद है. इमरजेंसी के मरीजों को बेस अस्पताल भेजा जा रहा है. फिलहाल उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में बड़ी-बड़ी सुविधाएं देने की बात तो कर रहा है, लेकिन हल्द्वानी महिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को ही परेशानी उठानी पड़ रही है. बहरहाल अब देखना होगा कि महिलाओं को कितने दिन इस परेशानी से दो-चार होना पडे़गा.