हल्द्वानी: नैनीताल जिले के अंतर्गत आने वाले भीमताल के पिनरो, मलवाताल और लचौना गांव में वन्य जीव का आतंक मचा हुआ है. पिछले 11 दिनों में आदमखोर वन्य जीव ने तीन लोगों को अपना निवाला बना लिया है, जिससे कई गांवों में कर्फ्यू का माहौल है और ग्रामीण दहशत में हैं. ऐसे में आक्रोशित ग्रामीणों ने भीमताल-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मृतक युवती का शव रखकर जाम लगाया और धरना प्रदर्शन किया. बता दें कि, बीते रोज ही भीमताल ब्लॉक के ग्राम पंचायत अलचौना के तोक तांडा में आदमखोर वन्यजीव ने एक युवती को अपना निवाला बना लिया था. भीमताल क्षेत्र में 10 दिनों के अंदर से वन्यजीव के हमले से तीसरी मौत है.
स्थानीय लोगों ने क्षेत्रों में पिंजरा लगाने की उठाई मांग: स्थानीय लोगों ने कहना कि गुलदार के आतंक को देखते हुए कई बार उन्होंने गांव में वन विभाग से पिंजरा लगवाने की मांग की, लेकिन अब तक वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते अब एक और मासूम को अपनी जान से हाथ खोना पड़ा है. ऐसे में उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिलाने और गांव समेत पूरे ब्लॉक में बाघ के आतंक वाले क्षेत्रों में पिंजरा लगाने की मांग की है, ताकि अब इस तरह की घटना देखने को ना मिले. हालांकि, आदमखोर वन्य जीव को तलाशने के लिए वन विभाग की टीम जंगल छान रही है, लेकिन आदमखोर वन्य जीव बाघ है या गुलदार अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
वन्य जीव की तलाश में जुटा प्रशासन: गौर हो कि इस आदमखोर वन्यजीव को मारने के लिए वाइल्ड लाइफ से अनुमति मिल गई थी लेकिन हाईकोर्ट में दायर याचिका के बाद कोर्ट में आदमखोर को पकड़ने के निर्देश दिए थे. लेकिन लगातार हुई इन घटनाओं के बाद ग्रामीणों ने आदमखोर को मारने की मांग की है. वहीं, वन्य जीव की तलाश में पिंजरे, कैमरा ट्रैप और ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है. इसके अलावा कई गांवों में सोलर लाइटें भी लगा दी गई हैं. वन्य जीव के आतंक को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. वन्य जीव के हमले में तीन लोगों की मौत के बाद आज स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आक्रोशित होकर हल्द्वानी में डीएम कार्यालय के बाहर सड़क पर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इस दौरान शोक भी व्यक्त किया. सामाजिक कार्यकर्ता हरीश पनेरू ने कहा कि वन्य जीव के हमले में लगातार ग्रामीणों की जान जा रही है. ऐसे में उन्होंने आदमखोर वन्य जीव के आतंक से ग्रामीणों को जल्द से जल्द निजात दिलाने की मांग की है.
एक दिन पहले ही युवती पर हुआ था हमला: बता दें कि, बीते रोज मंगलवार को तांडा निवासी युवती निकिता शर्मा की गुलदार के हमले में मौत हो गई थी. निकिता शर्मा (पुत्री विपिन चंद्र शर्मा) शाम के समय खेत में चारा काट रही थी तभी घात लगाए बैठे गुलदार ने अचानक निकिता पर हमला कर दिया और उसे खींचकर जंगल की ओर ले गया. लड़की के चिल्लाने के बाद लोगों ने शोर मचाया तब गुलदार शव को छोड़कर जंगल की ओर भागा. युवती का शव घर से दो किमी दूर से बरामद किया गया.
डीएनए टेस्ट रिपोर्ट के बाद पता चलेगा कौन है आदमखोर: गौर है कि, इस घटना से पहले भी दो महिलाओं की वन्यजीव के हमले में मौत हुई है. 7 दिसंबर और 9 दिसंबर को भीमताल ब्लॉक में दो महिलाओं पर हमला हुआ था. 7 दिसंबर को दूरस्थ तोक कसाइल में 35 वर्षीय इंदिरा देवी पर तब हमला हुआ जब वो जानवरों के लिए चारा काट रही थी. वहीं, 9 दिसंबर को 35 वर्षीय पुष्पा देवी पर जमरानी छोटा कैलाश मार्ग पर पिनरों गांव में घास काटने के दौरान बाघ ने हमला किया था. दोनों घटनाओं में अभी डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आनी बाकी है. डीएनए टेस्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि हमला करने वाला हमलावर वन्यजीव एक ही है या कोई अन्य भी शामिल है. वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि शाम के समय जंगल क्षेत्र में कोई न जाए.
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