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DIG के आश्वासन के बाद ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल खत्म, CPU और पुलिस पर लगाए थे आरोप

हल्द्वानी में ट्रांसपोर्टरों ने पुलिस और सीपीयू पर बेवजह उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं चालान आदि से परेशान ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर थे. अब कुमाऊं डीआईजी नीलेश आनंद भरणे के आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल खत्म कर दी है.

transporters strike
नीलेश आनंद भरणे
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Published : Sep 13, 2021, 4:58 PM IST

Updated : Sep 13, 2021, 5:12 PM IST

हल्द्वानीः डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे के आश्वासन के बाद ट्रांसपोर्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. ट्रांसपोर्टर पुलिस और सीपीयू पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर तीन दिवसीय हड़ताल पर थे. हड़ताल खत्म होने के बाद जहां लोगों को राहत मिली है तो वहीं पहाड़ जाने वाले खाद्यान्न के अलावा अन्य सामग्रियों का ट्रांसपोर्ट शुरू हो गया. वहीं, डीआईजी भरणे ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रांसपोर्टरों को बेवजह परेशान न करने को कहा है.

गौर हो कि देवभूमि ट्रांसपोर्ट ऑनर्स यूनियन के बैनर तले हल्द्वानी से पहाड़ के ट्रांसपोर्टर तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गए थे. उनके हड़ताल पर चले जाने से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था चरमरा गई थी. इससे पहाड़ में खाद्यान्न समेत अन्य सामग्री पहुंचाने की समस्या खड़ी हो गई थी, लेकिन कुमाऊं डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और ट्रांसपोर्टरों के बीच समझौते के बाद हड़ताल खत्म हो गयी है.

ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल खत्म.

ये भी पढ़ेंः हड़ताल पर गए पहाड़ी ट्रांसपोर्टर, हल्द्वानी मंडी को रोजाना लग रही 1 करोड़ की चपत

सोमवार को हल्द्वानी के बहुउद्देश्यीय भवन में डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और ट्रांसपोर्टरों के बीच बैठक हुई. बैठक में फैसला लिया गया कि सीपीयू पुलिस केवल शहर में चालान काटेगी और बाहरी क्षेत्र में वाहनों का चालान नहीं काटेगी. जबकि, पुलिस भी ट्रांसपोर्टरों के वाहनों का अनावश्यक और जबरदस्ती चालान नहीं काटेगी. जिसके बाद ट्रांसपोर्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया. ऐसे में सप्लाई शुरू होने से अब पहाड़ों में आवश्यक सामानों की किल्लत नहीं होगी.

ये भी पढ़ेंः भूस्खलन से उत्तरकाशी-गंगोत्री हाईवे बंद, मार्ग खोलने में जुटा बीआरओ

क्या है मामला? देवभूमि ट्रांसपोर्ट ऑनर्स यूनियन से जुड़े लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस और सीपीयू बेवजह ट्रांसपोर्टरों का उत्पीड़न करने का काम कर रही है. सीपीयू अनावश्यक रूप से ट्रक चालकों को परेशान कर चालान काट रही है. साथ ही भारी जुर्माना भी वसूल रही है. इसके अलावा पहाड़ के थानों और चौकियों में भी वाहनों को रोककर जबरदस्ती उनका चालान और जुर्माना लगाया जा रहा है. इतना ही नहीं एक वाहन का दिन में चार बार चालान किया जा रहा है. जिससे ट्रांसपोर्टर काफी परेशान हैं. ऐसे में उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा.

हल्द्वानीः डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे के आश्वासन के बाद ट्रांसपोर्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है. ट्रांसपोर्टर पुलिस और सीपीयू पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर तीन दिवसीय हड़ताल पर थे. हड़ताल खत्म होने के बाद जहां लोगों को राहत मिली है तो वहीं पहाड़ जाने वाले खाद्यान्न के अलावा अन्य सामग्रियों का ट्रांसपोर्ट शुरू हो गया. वहीं, डीआईजी भरणे ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रांसपोर्टरों को बेवजह परेशान न करने को कहा है.

गौर हो कि देवभूमि ट्रांसपोर्ट ऑनर्स यूनियन के बैनर तले हल्द्वानी से पहाड़ के ट्रांसपोर्टर तीन दिवसीय हड़ताल पर चले गए थे. उनके हड़ताल पर चले जाने से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था चरमरा गई थी. इससे पहाड़ में खाद्यान्न समेत अन्य सामग्री पहुंचाने की समस्या खड़ी हो गई थी, लेकिन कुमाऊं डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और ट्रांसपोर्टरों के बीच समझौते के बाद हड़ताल खत्म हो गयी है.

ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल खत्म.

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सोमवार को हल्द्वानी के बहुउद्देश्यीय भवन में डीआईजी नीलेश आनंद भरणे और ट्रांसपोर्टरों के बीच बैठक हुई. बैठक में फैसला लिया गया कि सीपीयू पुलिस केवल शहर में चालान काटेगी और बाहरी क्षेत्र में वाहनों का चालान नहीं काटेगी. जबकि, पुलिस भी ट्रांसपोर्टरों के वाहनों का अनावश्यक और जबरदस्ती चालान नहीं काटेगी. जिसके बाद ट्रांसपोर्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया. ऐसे में सप्लाई शुरू होने से अब पहाड़ों में आवश्यक सामानों की किल्लत नहीं होगी.

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क्या है मामला? देवभूमि ट्रांसपोर्ट ऑनर्स यूनियन से जुड़े लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस और सीपीयू बेवजह ट्रांसपोर्टरों का उत्पीड़न करने का काम कर रही है. सीपीयू अनावश्यक रूप से ट्रक चालकों को परेशान कर चालान काट रही है. साथ ही भारी जुर्माना भी वसूल रही है. इसके अलावा पहाड़ के थानों और चौकियों में भी वाहनों को रोककर जबरदस्ती उनका चालान और जुर्माना लगाया जा रहा है. इतना ही नहीं एक वाहन का दिन में चार बार चालान किया जा रहा है. जिससे ट्रांसपोर्टर काफी परेशान हैं. ऐसे में उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा.

Last Updated : Sep 13, 2021, 5:12 PM IST
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