हल्द्वानी: गौलापार का टमाटर देश के साथ-साथ विदेशों में भी मशहूर है. लिहाजा इस बार भारी बारिश की वजह से टमाटर की पैदावार बर्बाद हो गई है. जिससे किसानों को लागत मिलना भी मुश्किल हो गया है. पैदावार बर्बाद होने से किसानों के आगे रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है.
हल्द्वानी के गौलापर का टमाटर उत्तर भारत की मंडियों में धूम तो मचाता ही है, इसके अलावा पाकिस्तान तक निर्यात किया जाता है. बीते दिनों हुई भारी बारिश से टमाटर पूरी तरह बर्बाद हो चुका है. जिससे किसानों की पैदावार में लगे रासायनिक खाद, दवाइयों और मेहनत मजदूरी तक नहीं निकल पा रही है. किसानों की मानें तो भारी बारिश से पैदावार तबाह हो चुकी है. दूसरी तरफ भारी बारिश से नहरें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. नहरें क्षतिग्रस्त होने से सिंचाई का संकट गहरा गया है.
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हालांकि पहले टमाटर की पैदावार बहुत अच्छी थी, भारी बारिश के चलते पैदावार प्रभावित हुई है. अब संकट सिंचाई और पेयजल का है. उन्होंने कहा कि गौलापार का टमाटर बाजार में आता तो टमाटर की कीमत कम होती, लेकिन अभी बाजार में टमाटर ₹60 प्रति किलो बिक रहा है. टमाटर गोभी समेत कई सब्जियां तैयार हो रही हैं, लेकिन सिंचाई ना होने से तैयार हो रही है सब्जियों पर खराब होने का संकट गहरा रहा है.