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भीमताल में पकड़ी गई बाघिन रामनगर रेस्क्यू सेंटर शिफ्ट, डीएनए रिपोर्ट का इंतजार बाकी

Bhimtal Tigress Shift Ramnagar Rescue Center भीमताल क्षेत्र में पकड़ी गई बाघिन को रानीबाग रेस्क्यू सेंटर से शिफ्ट कर दिया गया है. बाघिन को रामनगर रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है. पकड़ी गई बाघिन की डीएनए रिपोर्ट अभी आनी बाकी है.

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भीमताल में पकड़ी गई बाघिन रामनगर रेस्क्यू सेंटर शिफ्ट
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 29, 2023, 6:10 PM IST

हल्द्वानी: भीमताल क्षेत्र में तीन महिलाओं को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन को वन विभाग ने आखिर कार रानीबाग रेस्क्यू सेंटर से सेंटर से रामनगर स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है. बताया जा रहा है कि रानीबाग रेस्क्यू सेंटर में बाघिन के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी. जिसके कारण बाघिन को तीन दिनों तक पिंजरे में ही रखा गया था. इसके बाद आज बाघिन को रामनगर भेज दिया गया है.

मुख्य वन संरक्षक उत्तरी वृत्त टी बीजू लाल के मुताबिक पकड़ी गई बाघिन की डीएनए रिपोर्ट अभी आनी बाकी है. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि महिलाओं को निवाला बनाने वाली यही बाघिन है या कोई नही. डीएनए जांच के लिए सैंपल वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया को भेजे गए. पूर्व की दो घटनाओं में दो सैंपल से साफ हो गया था कि दो महिलाओं पर हमला करने वाला तेंदुआ नहीं बाघ है.

पढे़ं- उत्तराखंड में बढ़ रहे जंगली जानवरों के हमले, वन्यजीवों के लिए कम पड़ रहे जंगल, फॉरेस्ट केयरिंग कैपेसिटी का होगा अध्ययन

19 दिसंबर को ग्राम पंचायत अलचौना के तोक ताड़ा में तीसरी घटना के बाद सैंपल जांच को भेजे गए. अब इसकी जांच रिपोर्ट से कई चीजें स्पष्ट हुई हैं. सूत्रों के अनुसार इन तीनों घटना में साफ हो गया है यह घटनाएं बाघिन ने की हैं. वन विभाग की टीम ने बीते मंगलवार की रात बाघिन को जंगलियागांव के पास रेस्क्यू किया था. इसके ब्लड, स्केट (मल) और बाल डीएनए जांच के लिए भेजे हैं. अब इसकी सैंपल रिपोर्ट को तीनों घटनाओं में शामिल बाघिन के सैंपल से मिलाया जाएगा. इसके बाद यह साबित होगा कि घटना में यही बाघिन शामिल थी या कोई और बाघिन है. इसके अलावा तीनों घटना में एक ही बाघिन शामिल है या अलग-अलग है, यह भी सवाल बना हुआ है.

हल्द्वानी: भीमताल क्षेत्र में तीन महिलाओं को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन को वन विभाग ने आखिर कार रानीबाग रेस्क्यू सेंटर से सेंटर से रामनगर स्थित ढेला रेस्क्यू सेंटर भेज दिया है. बताया जा रहा है कि रानीबाग रेस्क्यू सेंटर में बाघिन के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी. जिसके कारण बाघिन को तीन दिनों तक पिंजरे में ही रखा गया था. इसके बाद आज बाघिन को रामनगर भेज दिया गया है.

मुख्य वन संरक्षक उत्तरी वृत्त टी बीजू लाल के मुताबिक पकड़ी गई बाघिन की डीएनए रिपोर्ट अभी आनी बाकी है. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा कि महिलाओं को निवाला बनाने वाली यही बाघिन है या कोई नही. डीएनए जांच के लिए सैंपल वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया को भेजे गए. पूर्व की दो घटनाओं में दो सैंपल से साफ हो गया था कि दो महिलाओं पर हमला करने वाला तेंदुआ नहीं बाघ है.

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19 दिसंबर को ग्राम पंचायत अलचौना के तोक ताड़ा में तीसरी घटना के बाद सैंपल जांच को भेजे गए. अब इसकी जांच रिपोर्ट से कई चीजें स्पष्ट हुई हैं. सूत्रों के अनुसार इन तीनों घटना में साफ हो गया है यह घटनाएं बाघिन ने की हैं. वन विभाग की टीम ने बीते मंगलवार की रात बाघिन को जंगलियागांव के पास रेस्क्यू किया था. इसके ब्लड, स्केट (मल) और बाल डीएनए जांच के लिए भेजे हैं. अब इसकी सैंपल रिपोर्ट को तीनों घटनाओं में शामिल बाघिन के सैंपल से मिलाया जाएगा. इसके बाद यह साबित होगा कि घटना में यही बाघिन शामिल थी या कोई और बाघिन है. इसके अलावा तीनों घटना में एक ही बाघिन शामिल है या अलग-अलग है, यह भी सवाल बना हुआ है.

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