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हल्द्वानी: जेल में बंद कैदियों ने की स्वैच्छिक रक्तदान की मांग, अनुमति मिलने का इंतजार

हल्द्वानी जेल में बंद अपराधियों ने स्वैच्छिक रक्तदान की मांग की मांग की है. जिसके लिए जिलाधिकारी को आवेदन दिए गए हैं. प्रशासन से अनुमति मिलने पर कैदियों को रक्तदान के लिए भेजा जाएगा.

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Published : Sep 17, 2019, 6:26 PM IST

जेल में बंद कैदियों ने की स्वैच्छिक रक्तदान की मांग.

हल्द्वानी: नगर की जेल में बंद अपराधियों ने स्वैच्छिक रक्तदान के माध्यम से अपने अपराधों का प्रायश्चित करने की इच्छा जताई है. जिसके लिए 66 कैदियों ने जेल प्रशासन से रक्तदान करने की अनुमति मांगी है. ऐसे में यदि जेल प्रशासन और शासन रक्तदान की अनुमति देता है तो ऐसा पहली बार होगा जब उत्तराखंड में कैदी रक्तदान करेंगे. साथ ही यह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक मिसाल भी साबित होगी.

हल्द्वानी जेल में बंद कैदियों ने की स्वैच्छिक रक्तदान की मांग.

बता दें कि हल्द्वानी शहर में इन दिनों डेंगू वायरल की महामारी फैली है. ऐसे में अस्पताल लगातार लोगों से रक्त की व्यवस्था किए जाने की मांग कर रहे हैं. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि प्लेटलेट्स तक नहीं मिल रहा है. जिसे देखते हुए हल्द्वानी जेल में बंद 66 कैदियों ने जेल प्रशासन और शासन से स्वैच्छिक रक्तदान की इच्छा जताई है.

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जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि कैदियों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जेल प्रशासन को आवेदन दिए गए हैं. जिन्हें जिलाधिकारी को भेजा गया है. यदि प्रशासन से अनुमति मिलती है तो कैदियों को रक्तदान के लिए भेजा जाएगा.

हल्द्वानी: नगर की जेल में बंद अपराधियों ने स्वैच्छिक रक्तदान के माध्यम से अपने अपराधों का प्रायश्चित करने की इच्छा जताई है. जिसके लिए 66 कैदियों ने जेल प्रशासन से रक्तदान करने की अनुमति मांगी है. ऐसे में यदि जेल प्रशासन और शासन रक्तदान की अनुमति देता है तो ऐसा पहली बार होगा जब उत्तराखंड में कैदी रक्तदान करेंगे. साथ ही यह प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक मिसाल भी साबित होगी.

हल्द्वानी जेल में बंद कैदियों ने की स्वैच्छिक रक्तदान की मांग.

बता दें कि हल्द्वानी शहर में इन दिनों डेंगू वायरल की महामारी फैली है. ऐसे में अस्पताल लगातार लोगों से रक्त की व्यवस्था किए जाने की मांग कर रहे हैं. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि प्लेटलेट्स तक नहीं मिल रहा है. जिसे देखते हुए हल्द्वानी जेल में बंद 66 कैदियों ने जेल प्रशासन और शासन से स्वैच्छिक रक्तदान की इच्छा जताई है.

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जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि कैदियों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जेल प्रशासन को आवेदन दिए गए हैं. जिन्हें जिलाधिकारी को भेजा गया है. यदि प्रशासन से अनुमति मिलती है तो कैदियों को रक्तदान के लिए भेजा जाएगा.

Intro:sammry- उत्तराखंड में पहली बार हल्द्वानी के जेल में बंद कैदियों ने स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए शासन से मांगी अनुमति।

एंकर- जेलो में अपराधी अपराध करके पहुंच तो जाते हैं लेकिन उस अपराध को प्रायश्चित करने को उनके पास मौका नहीं होता है। ऐसे में हल्द्वानी के जेल में बंद अपराधी अपने अपराध को स्वैच्छिक रक्तदान के माध्यम से प्रायश्चित करना चाह रहे हैं जिसके लिए 66 कैदियों ने जेल प्रशासन से अनुमति मांग रक्तदान करने की इच्छा जताई है। अगर जेल प्रशासन व शासन रक्तदान की अनुमति देता है तो यह प्रदेश के जिलों के लिए मिसाल साबित होगा। ऐसा पहली बार होगा जब उत्तराखंड के हल्द्वानी जेल के कैदी रक्तदान करेंगे।


Body:हल्द्वानी शहर मे इन दिनों डेंगू वायरल की महामारी फैली है ऐसे में अस्पतालों द्वारा लगातार लोगों से रक्त की व्यवस्था किए जाने की मांग कर रहे हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि प्लेटलेट्स के लिए खून तक नहीं मिल रहा है ऐसे में हल्द्वानी जेल में बंद 66 कैदियों ने जेल प्रशासन और शासन से स्वैच्छिक रक्तदान की इच्छा जताई है।
जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य का कहना है कि कैदियों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जेल प्रशासन को आवेदन दिए गए हैं जिस आवेदन को वह जिलाधिकारी महोदय को भेजा है। सांसों से अगर अनुमति मिलती है तो कैदी रक्तदान के लिए तैयार हो जाएंगे।



Conclusion:जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य का कहना है कि कैदियों की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर रक्तदान नहीं कराया जा सकता है। कैदियों के इस पहल को ध्यान में रखते हुए उनकी इच्छा को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया गया है अगर अनुमति मिलेगी तभी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रक्तदान कराए जा सकेगा।

बाइट -मनोज कुमार आर्य जेल अधीक्षक हल्द्वानी
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