कालाढूंगी: फतेहपुर क्षेत्र के दर्जनों गांव आरक्षित वन क्षेत्र से लगे होने के कारण गांव में जंगली जानवरों के साथ-साथ बाघ का आतंक लगातार बना हुआ है, जिससे कई गांवों में दहशत का माहौल है. परेशान ग्रामीणों ने फतेहपुर रेंज पहुंचकर वन क्षेत्राधिकारी को समस्या से निजात दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा है.
बता दें, कालाढूंगी की निकवर्ती ग्राम पंचायतों में इन दिनों बाघ का आतंक बना हुआ है. ग्रामीणों के मुताबिक, बाघ अभी तक दर्जनों पालतू जानवरों को अपना निवाला बना चुका है. कुछ दिन पहले ही फतेहपुर नवाड़ गांव में एक महिला को बाघ ने बुरी तरह घायल कर दिया था, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है.
बाघ के आतंक से परेशान फतेहपुर नवाड़, विजयपुर पाडली की महिलाओं ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीरज तिवारी के नेतृत्व में फतेहपुर रेंज वन क्षेत्राधिकारी से मुलाकात की और बाघ के आतंक से निजात दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा.
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तराई पश्चिमी वन प्रभाग के फतेहपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अमित वासाकोटि ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में वन कर्मियों की गश्त बढ़ाई जाएगी. बाघ को भगाने के लिए पटाखे फोड़े जा रहे हैं. साथ ही कई क्षेत्रों में पिंजरे भी लगाए गए हैं. गांवों के आसपास की झाड़ियां भी साफ कराई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि जैसे ही उच्चाधिकारियों की परमिशन मिलती है, तब ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.