रामनगरः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में जमकर हाहाकार मचाया. उत्तराखंड में भी कोरोना से कई लोगों की जान गई. दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों समेत अन्य सुविधाओं को लेकर लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी. कोविड से निपटने के लिए प्रदेश के शिक्षकों ने भी मोर्चा संभाला. अब शिक्षक सरकार से प्रोत्साहन राशि देने की मांग कर रहे हैं. इसी को लेकर आज रामनगर में प्राथमिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने पूर्व उपाध्यक्ष विनय रोहिला के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी को ज्ञापन भेजा.
उत्तराखंड राज्य प्राथमिक संघ के पदाधिकारियों ने बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष विनय रोहिला के निवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रोत्साहित प्रमाण पत्र और प्रोत्साहन राशि की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. जिसे उनके माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजा जाएगा. शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने कोरोनाकाल में अस्पताल, चेकपोस्ट, क्वारंटीन सेंटरों समेत कई जगहों पर अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी निभाई. वो अपने परिवार को छोड़कर कोविड ड्यूटी पर तैनात रहे, लेकिन सरकार ने उन्हें न ही पुरस्कार राशि से नवाजा और न ही कोई प्रमाण पत्र जारी किया.
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वहीं, मामले पर पूर्व उपाध्यक्ष विनय रोहिला ने कहा कि शिक्षकों ने प्रोत्साहन राशि एवं प्रमाण पत्र दिए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है. जिसे मुख्यमंत्री कार्यालय में भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना जब चरम सीमा पर था. उस समय शिक्षकों ने कोरोना महामारी को संभालने में अहम योगदान दिया और अपनी ड्यूटी निभाई. शिक्षक लगातार राशन वितरण से लेकर क्वारंटीन सेंटरों में ड्यूटी पर तैनात रहे. यह कार्य आसान नहीं था. मामले में सीएम धामी से शासनादेश जारी करने को लेकर आग्रह किया जाएगा.