रामनगर: प्रदेश में गर्मी की मार अब फलों पर भी दिखने लगी है. ओलावृष्टि और कम बारिश ने लीची फल को बेस्वाद कर दिया है. बारिश न होने के कारण लीची दागदार और फट गई है. वहीं, फल उद्यान विभाग के अनुसार इस बार लीची का अच्छा उत्पादन हुआ है.
देवभूमि लीची उत्पादन के लिए काफी प्रसिद्ध है, जिसे देश के अलावा विदेशों में भी पसंद किया जाता है. लीची के सीजन में रामनगर की लीची की मांग भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बढ़ जाती है. लेकिन इस बार की लीची गर्मी के कारण बेरंग और बेस्वाद हो गई है.
भीषण गर्मी और बारिश की कमी के चलते लीची की रौनक उड़ गई है. साथ ही इसमें दाग लग जाने के लीची बेस्वाद हो गई है. वहीं फल उद्यान विभाग के अनुसार, इस बार क्षेत्र में लीची का उत्पादन अच्छा हुआ है. रामनगर क्षेत्र में 900 हेक्टेयर में 800 मैट्रिक टन से अधिक लीची का उत्पादन होने का अनुमान है.
बता दें कि यहां की लीची देश की विभिन्न मंडियों में जाती है. दिल्ली, मुंबई, लुधियाना, मुजफ्फरपुर, चंडीगढ़ एवं हाजीपुर आदि ऐसे शहर हैं, जिन्हें यहां से विदेश में निर्यात किया जाता है. यहां की लीची को इसलिए भी देश-विदेश में पसंद किया जाता है कि इसका स्वाद बहुत अच्छा और मीठा होता है.