रामनगर: लखनपुर चौक पर छात्र नेताओं ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की शव यात्रा निकाली और पुतला फूंका. छात्र नेताओं ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री की तरह ही अपने बयानों से मुकर जाते हैं. छात्र ऐसी विषम परिस्थितियों में परीक्षा देने को मजबूर हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों पर कोई भी व्यवस्था नहीं है.
छात्रों ने कहा कि रामनगर महाविद्यालय में परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. परीक्षा केंद्रों पर छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर कोई विशेष कदम नहीं उठाए गए हैं. छात्र ऐसी विषम परिस्थितियों में परीक्षा देने को मजबूर हैं. रामनगर में जिस कक्ष में परीक्षाएं हो रही है वह कक्ष पहले कोविड-19 जांच सेंटर था. एक दिन पहले ही उस कक्ष में पॉजिटिव केस भी मिला है.
छात्रों का कहना है कि जब किसी क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव मिलता है तो उस क्षेत्र को सील कर दिया जाता था. वहीं 1 दिन बाद ही इस सेंटर को परीक्षा कक्ष कैसे बना दिया गया. यह छात्रों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है. एक तरफ जहां रामनगर में दिनों दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है और उसी वक्त में महाविद्यालय में पेपर कराना समझ से परे है.
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छात्र नेता हाशिम ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री को कोरोना संक्रमण के प्रभाव के कम होने तक परीक्षाएं नहीं करानी चाहिए थीं. तब तक छात्रों की परीक्षाओं को स्थगित किया जाना चाहिए था. इस वक्त भी कुमाऊं के कुलपति व उच्च शिक्षा मंत्री के बयान अलग-अलग आ रहे हैं. छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य की परवाह किए बिना महाविद्यालय में पेपर करवाए जा रहे हैं जो बहुत ही शर्म की बात है.