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लक्ष्य पूरा होने पर स्टोन क्रशर स्वामियों ने उप-खनिज खरीदना किया बंद - हल्द्वानी समाचार

हल्द्वानी में स्टोन क्रशर स्वामियों द्वारा नदियों से निकले उप-खनिज को खरीदना बंद कर दिया. खरीद का लक्ष्य पूरा होने के बाद स्टोन क्रशर स्वामियों ने उप-खनिज खरीदना बंद किया. अब गौला नदी खनन से जुड़े हजारों लोगों और हजारों खनन से जुड़े वाहनों मालिकों के आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.

Stone crusher
स्टोन क्रशर
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Published : Mar 9, 2021, 3:49 PM IST

हल्द्वानीः स्टोन क्रशर द्वारा नदियों से निकलने वाले उप-खनिज खरीद का लक्ष्य पूरा हो जाने के बाद स्टोन क्रशर स्वामियों ने उप-खनिज खरीदने से हाथ खड़े कर दिए है. ऐसे में गौला नदी खनन से जुड़े हजारों लोगों और हजारों खनन से जुड़े वाहनों मालिकों के आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा स्टोन क्रशर को इस साल उप-खनिज खरीद का लक्ष्य दिया गया था.

वहीं, ज्यादातर स्टोन क्रेशरों के लक्ष्य पूरे हो चुके हैं. ऐसे में अब स्टोन क्रशर स्वामी उप-खनिज नहीं खरीद रहे हैं. यही नहीं स्टोन क्रशर द्वारा उप-खनिज नहीं खरीदे जाने से खनन से जुड़े लोगों को नुकसान हो रहा है, तो वहीं सरकार को भी भारी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. जबकि गौला नदी में अभी भी 9 लाख घन मीटर खनिज की मात्रा पड़ी हुई है.

ये भी पढ़ेंः ड्यूटी में लापरवाही और भ्रष्टाचार में लिप्त दो एटीआई निलंबित

इस पूरे मामले में डीएफओ संदीप कुमार का कहना है कि स्टोन क्रशर को दिए गए लक्ष्य पूरा होने के बाद स्टोन क्रशर स्वामी उप-खनिज को नहीं खरीद रहे हैं. ऐसे में शासन को अवगत कराया जा चुका है. उम्मीद जताई जा रही है कि शासन से अनुमति मिलते ही फिर से खनन कार्य शुरू हो जाएगा.

हल्द्वानीः स्टोन क्रशर द्वारा नदियों से निकलने वाले उप-खनिज खरीद का लक्ष्य पूरा हो जाने के बाद स्टोन क्रशर स्वामियों ने उप-खनिज खरीदने से हाथ खड़े कर दिए है. ऐसे में गौला नदी खनन से जुड़े हजारों लोगों और हजारों खनन से जुड़े वाहनों मालिकों के आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा स्टोन क्रशर को इस साल उप-खनिज खरीद का लक्ष्य दिया गया था.

वहीं, ज्यादातर स्टोन क्रेशरों के लक्ष्य पूरे हो चुके हैं. ऐसे में अब स्टोन क्रशर स्वामी उप-खनिज नहीं खरीद रहे हैं. यही नहीं स्टोन क्रशर द्वारा उप-खनिज नहीं खरीदे जाने से खनन से जुड़े लोगों को नुकसान हो रहा है, तो वहीं सरकार को भी भारी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. जबकि गौला नदी में अभी भी 9 लाख घन मीटर खनिज की मात्रा पड़ी हुई है.

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इस पूरे मामले में डीएफओ संदीप कुमार का कहना है कि स्टोन क्रशर को दिए गए लक्ष्य पूरा होने के बाद स्टोन क्रशर स्वामी उप-खनिज को नहीं खरीद रहे हैं. ऐसे में शासन को अवगत कराया जा चुका है. उम्मीद जताई जा रही है कि शासन से अनुमति मिलते ही फिर से खनन कार्य शुरू हो जाएगा.

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