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नए साल में स्नो लेपर्ड बढ़ाएंगे नैनीताल चिड़ियाघर की शोभा, इसके अलावा भी कई जानवर होंगे शामिल

नये साल में नैनीताल जू में कई नये जानवरों को शामिल किया जाएगा. लद्दाख चिड़ियाघर से स्नो लेपर्ड सहित अन्य राज्यों से हिमालयन थार, ब्लू शीप के अलावा कई जानवरों को नैनीताल चिड़ियाघर में लाया जाएगा. ऐसे में सरोवरी नगर आने वाले पर्यटक जू में नए मेहमानों का दीदार कर सकेंगे.

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Published : Dec 29, 2022, 10:34 PM IST

Updated : Dec 29, 2022, 10:52 PM IST

नए साल में स्नो लेपर्ड बढ़ाएंगे नैनीताल चिड़ियाघर की शोभा

नैनीताल: नये साल में नैनीताल चिड़ियाघर में नये मेहमानों की एंट्री (Entry of new guests in Nainital Zoo) होने जा रही है. नैनीताल चिड़ियाघर में लद्दाख चिड़ियाघर से स्नो लेपर्ड लाने की कवायद (bring snow leopard from Ladakh zoo ) की जा रही है. वहीं, स्नो लेपर्ड के साथ ही नए साल में हिमालयन थार, ब्लू शीप भी चिड़ियाघर के परिवार में शामिल होंगे. इसको लेकर जू प्रशासन में उत्साह देखा जा रहा है.

नैनीताल चिड़ियाघर प्रबंधन (Nainital Zoo Management) ने नए जानवरों को लाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली है. दार्जिलिंग चिड़ियाघर से हिमालयन थार को नैनीताल जू लाने की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है. जल्द ही नए साल के मौके पर सभी जानवर चिड़ियाघर की शोभा बढ़ाएंगे. पशु एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत नैनीताल जू से घुरड़, चीर फिजेंट और कलीज फिजेंट दार्जिलिंग चिड़ियाघर को देने और हिमालयन थार, ब्लू शीप को नैनीताल लाने का फैसला किया गया है.

बता दें कि हिमालयी थार दक्षिणी तिब्बत, उत्तरी भारत, पश्चिमी भूटान और नेपाल में हिमालयी क्षेत्र का मूल प्राणी है. इसे अत्यधिक शिकार और इनके प्राकृतिक आवासों में बढ़ रही मानवीय हस्तक्षेप की घटना के बाद इनकी जाति पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. जिसको देखते हुए हिमालयन थार को संकटग्रस्त जाति घोषित किया गया. इसके अलावा एक स्नो लेपर्ड को नैनीताल चिड़ियाघर मंगाने के लिए लेह लद्दाख चिड़ियाघरों से संपर्क किया गया है. अगर सब ठीक रहा तो जल्द ही लद्दाख चिड़ियाघर से स्नो लेपर्ड को नैनीताल जाने की स्वीकृति मिल जाएगी.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड: बजट खर्च में फिसड्डी कई मंत्री, आधी राशि भी खर्च नहीं की, योजनाएं हो रही प्रभावित

गौरतलब है कि नैनीताल चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के 231 वन्य जीवों को संरक्षित किया गया है. जिसमें 33 प्रजातियों के पक्षी भी शामिल है. जिनके दीदार के लिए रोजाना सैकड़ो पर्यटक यहां पहुंचते है. मगर जू के कई प्राणी अपनी औसत उम्र भी पार कर चुके हैं. वहीं, कुछ की पूर्व में मौत हो जाने के कारण प्राणियों के जोड़ो का अभाव बना हुआ है. जिसे देखते हुए चिड़ियाघर प्रबंधन अब कुछ और प्राणियों का विनिमय कर नए जानवर नैनीताल चिड़ियाघर लाने में जुटा हुआ है.

नैनीताल जू के पशु चिकित्सक बीएस पंक्ति ने बताया कि चिड़ियाघर में जानवर लाने के लिए लगातार देश के अन्य राज्यों में पत्राचार किया जा रहा है. ताकि नैनीताल चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के जानवर और पक्षी लाए जा सके. चिड़ियाघर में जानवरों का कुनबा बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. दार्जिलिंग चिड़ियाघर से हिमालयन थार को लाने की सहमति बनी है. हालांकि, दार्जिलिंग चिड़ियाघर मादा थार दे रहा है. नैनीताल चिड़ियाघर प्रबंधन द्वारा जोड़े की मांग की गई है, जिसके चलते थार को नैनीताल लाने में देरी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है नए साल के मौके पर थार नैनीताल लाए जाएंगे.

नए साल में स्नो लेपर्ड बढ़ाएंगे नैनीताल चिड़ियाघर की शोभा

नैनीताल: नये साल में नैनीताल चिड़ियाघर में नये मेहमानों की एंट्री (Entry of new guests in Nainital Zoo) होने जा रही है. नैनीताल चिड़ियाघर में लद्दाख चिड़ियाघर से स्नो लेपर्ड लाने की कवायद (bring snow leopard from Ladakh zoo ) की जा रही है. वहीं, स्नो लेपर्ड के साथ ही नए साल में हिमालयन थार, ब्लू शीप भी चिड़ियाघर के परिवार में शामिल होंगे. इसको लेकर जू प्रशासन में उत्साह देखा जा रहा है.

नैनीताल चिड़ियाघर प्रबंधन (Nainital Zoo Management) ने नए जानवरों को लाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली है. दार्जिलिंग चिड़ियाघर से हिमालयन थार को नैनीताल जू लाने की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है. जल्द ही नए साल के मौके पर सभी जानवर चिड़ियाघर की शोभा बढ़ाएंगे. पशु एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत नैनीताल जू से घुरड़, चीर फिजेंट और कलीज फिजेंट दार्जिलिंग चिड़ियाघर को देने और हिमालयन थार, ब्लू शीप को नैनीताल लाने का फैसला किया गया है.

बता दें कि हिमालयी थार दक्षिणी तिब्बत, उत्तरी भारत, पश्चिमी भूटान और नेपाल में हिमालयी क्षेत्र का मूल प्राणी है. इसे अत्यधिक शिकार और इनके प्राकृतिक आवासों में बढ़ रही मानवीय हस्तक्षेप की घटना के बाद इनकी जाति पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. जिसको देखते हुए हिमालयन थार को संकटग्रस्त जाति घोषित किया गया. इसके अलावा एक स्नो लेपर्ड को नैनीताल चिड़ियाघर मंगाने के लिए लेह लद्दाख चिड़ियाघरों से संपर्क किया गया है. अगर सब ठीक रहा तो जल्द ही लद्दाख चिड़ियाघर से स्नो लेपर्ड को नैनीताल जाने की स्वीकृति मिल जाएगी.
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गौरतलब है कि नैनीताल चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के 231 वन्य जीवों को संरक्षित किया गया है. जिसमें 33 प्रजातियों के पक्षी भी शामिल है. जिनके दीदार के लिए रोजाना सैकड़ो पर्यटक यहां पहुंचते है. मगर जू के कई प्राणी अपनी औसत उम्र भी पार कर चुके हैं. वहीं, कुछ की पूर्व में मौत हो जाने के कारण प्राणियों के जोड़ो का अभाव बना हुआ है. जिसे देखते हुए चिड़ियाघर प्रबंधन अब कुछ और प्राणियों का विनिमय कर नए जानवर नैनीताल चिड़ियाघर लाने में जुटा हुआ है.

नैनीताल जू के पशु चिकित्सक बीएस पंक्ति ने बताया कि चिड़ियाघर में जानवर लाने के लिए लगातार देश के अन्य राज्यों में पत्राचार किया जा रहा है. ताकि नैनीताल चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के जानवर और पक्षी लाए जा सके. चिड़ियाघर में जानवरों का कुनबा बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. दार्जिलिंग चिड़ियाघर से हिमालयन थार को लाने की सहमति बनी है. हालांकि, दार्जिलिंग चिड़ियाघर मादा थार दे रहा है. नैनीताल चिड़ियाघर प्रबंधन द्वारा जोड़े की मांग की गई है, जिसके चलते थार को नैनीताल लाने में देरी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है नए साल के मौके पर थार नैनीताल लाए जाएंगे.

Last Updated : Dec 29, 2022, 10:52 PM IST
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