हल्द्वानी: तराई केंद्रीय वन विभाग के कर्मचारियों को बड़ी कामयाबी मिली है. कुछ दिन पहले भाखड़ा रेंज के जंगल से काटी गई भारी मात्रा में बेशकीमती लकड़ी को वन विभाग और एसओजी के टीम ने उत्तर प्रदेश के बरेली के एक आरा मशीन से बरामद किया है. साथ ही वन विभाग की टीम ने लकड़ी तस्करी में प्रयोग किए गए दो वाहनों को जब्त करते हुए दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. तस्करों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
भाखड़ा रेंज से काटी लकड़ी बरामद: वन क्षेत्राधिकार और एसओजी प्रभारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि तराई केन्द्रीय वन प्रभाग की भाखड़ा रेंज में नवंबर माह की 19 और 22 की रात अज्ञात वन तस्करों द्वारा सागौन के कई पेड़ काटकर चोरी कर लिये गये थे. जल्द खुलासे को लेकर तराई केन्द्रीय वन डिवीजन के प्रभागीय वन अधिकारी हिंमाशु बागड़ी ने मामले की जांच उन्हें सौंपी थी. इस पर उनके द्वारा मुखबिरों को तैनात कर पुराने वन तस्करों के फोन नम्बरों को सर्विलांस में लगाया गया.
यूपी के बरेली में बरामद हुई तस्करी की गई लकड़ी: सर्विलांस में लगे कुछ फोन नम्बरों की लोकेशन बरेली जिले में मिली. जिसके बाद एक स्पेशल टीम का गठन किया. इस दौरान मुखबिर की सूचना पर वन विभाग की टीम ने बरेली की एक आरा मशीन पर छापेमारी की. वहां छापेमारी के दौरान वन विभाग की टीम को भाखड़ा रेंज से काटे गए सगौन के गिल्टे तथा कुछ गिल्टों का चिरान भी बरामद हुया है. इस दौरान टीम ने मौके पर ही दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने आरा मशीन से ही तस्करी में प्रयोग किए गए दो कैंटर वाहनों को भी जब्त किया है. पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ में कुछ और नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, जिन्हें शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
दो वन तस्कर गिरफ्तार: पकड़े गए आरोपियों के विरुद्व भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि बरामद की गई लकड़ी की अनुमानित कीमत ₹3 लाख से अधिक है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि लकड़ी की तस्करी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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