नैनीताल: भगवान कृष्ण का गौ प्रेम विश्व विख्यात है. इसीलिए कृष्ण को गोपाल भी कहा जाता है. नैनीताल जिले के हल्दुचौड़ स्थिति श्रील नित्यानंद पाद आश्रम में भी कृष्ण भक्ति देखी जा सकती है. आश्रम में कृष्ण भक्ति में लीन मंदिर के महाराज रामेश्वर दास ने अपने जीवन को गौ सेवा के लिए समर्पित कर दिया है. वहीं, इस आश्रम में 15 सौ से अधिक गोवंश हैं, जिनकी सेवा कृष्ण भक्ति समझकर की जाती है.
आज कृष्ण जन्माष्टमी है और आपको कृष्ण भक्ति देखनी है तो आप नैनीताल जिले के हल्दूचौड़ के परमा गांव में देख सकते हैं. जहां, कृष्ण भक्ति में लीन हरे रामा हरे कृष्णा आश्रम के महाराज रामेश्वर दास अपनी गौ सेवा सदन में 15 सौ से अधिक गायों और बछड़ों की देखभाल करते हैं. इसमें अधिकतर गोवंश अपाहिज और घर से निकाली गई होती हैं या पुलिस प्रशासन और हाई कोर्ट के निर्देश के बाद गौ हत्या के लिए ले जा रही गोवंश है, जिनकी देखभाल की जाती है.
इस आश्रम की स्थापना स्वामी रामेश्वर दास ने 10 साल पहले की थी. जिसके बाद उन्होंने आश्रम का नाम हरे रामा हरे कृष्णा नित्यानंद पाद आश्रम रखा. रामेश्वर दास ने कृष्ण भक्ति की शुरुआत 4 गाय बैल से की जो आज 15 सौ से अधिक हो चुकी है. रामेश्वर दास की कृष्ण भक्ति को देखते हुए धीरे-धीरे कई लोग गौ सेवा जुड़ते गए.
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आश्रम के महाराजा रामेश्वर दास का कहना है कि आश्रम का उद्देश्य सिर्फ सेवा भाव है. जहां बैल को भगवान शिव के नंदी और कृष्ण की गाय मानकर गाय की सेवा की जाती है. गाय के अंदर 36 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है. इससे बड़ा कोई भी पुण्य काम नहीं हो सकता है. इससे बड़ी कोई भक्ति नहीं हो सकती.