हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कॉलेज (Haldwani Government Medical College) एक बार फिर सुर्खियों में है. कुछ दिन पहले ही रैगिंग के मामले में फजीहत झेलने के बाद एक बार फिर कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है. पूरे मामले में एंटी रैगिंग कमेटी ने छात्र की शिकायत पर इंटर्न के एक छात्र को हॉस्टल से बाहर किया है, साथ ही ₹30000 का जुर्माना लगाया. इसके अलावा छात्र को 3 महीने की इंटर्नशिप पर रोक लगा दी गई है.
बताया जा रहा है कि घटना 28 अप्रैल की है. एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद एक साल के लिए इंटर्नशिप करने वाले सीनियर छात्र और एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्र के बीच एक दूसरे को विश न करने को लेकर विवाद हो गया. इस दौरान इंटर्न के छात्र ने एमबीबीएस के तीसरे वर्ष के छात्र को थप्पड़ जड़ दिया. उस समय इस विवाद को बढ़ने से छात्रों ने बचा लिया, जिसकी शिकायत एमबीबीएस की छात्र ने एंटी रैगिंग टीम को शिकायत की.
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जिसके बाद पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन और एंटी रैगिंग की टीम ने जांच पड़ताल करते हुए मामला सही पाने पर छात्र के खिलाफ कार्रवाई की हैं. कॉलेज के प्राचार्य अरुण जोशी ने बताया कि तीन महीने बाद इंटर्न छात्र को अपने अध्यापकों के साथ माफीनामा लिखना होगा, जिसके बाद हॉस्टल में रखने की कार्रवाई की जाएगी.
रैगिंग का वीडियो हुआ था वायरल: पूर्व में भी हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. बताया गया कि ये सभी एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्र थे, जिनके सिर मुंडवाए गए थे. तब कॉलेज के प्राचार्य अरुण जोशी ने कहा था कि अक्सर छात्र स्वयं ही सिर को मुंडवा लेते हैं. इसको रैगिंग से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है. फिलहाल ये मामला नैनीताल हाईकोर्ट में लंबित है.मामले में हरिद्वार निवासी सचिदानंद डबराल ने जनहित याचिका दायर की है.
वहीं, बीते साल दिसंबर में भी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया था. तब MBBS छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए थे. तब एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों ने दो जूनियर छात्रों को पीट दिया था, जिसके बाद मामला और बिगड़ गया था.पिटाई के बाद जूनियर छात्रों ने बाहर से 3 लड़कों को बुलाया और काफी हंगामा किया. इसके बाद विवाद और बढ़ गया था. इस दौरान छात्रों के दोनों गुटों के बीच मारपीट हुई थी. मारपीट में चार छात्र मामूली रूप से घायल हो गए थे. वहीं कॉलेज प्रशासन ने तब इस पूरे मामले को आपसी विवाद बताया था.