हल्द्वानी: प्रदेश में कांग्रेस के साथ-साथ लालकुआं विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की करारी हार के बाद अब कांग्रेस के कार्यकर्ता समीक्षा बैठकों में जुटे हुए हैं. कांग्रेस और हरीश रावत की हार को लेकर लालकुआं ने कांग्रेस कमेटी कार्यालय में समीक्षा बैठक हुई. जिसमें लालकुआं मंडल के सभी कांग्रेस पदाधिकारी के साथ-साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल भी मौजूद रहे. इस दौरान हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा कांग्रेस और हरीश रावत की इतनी बड़ी हार आपसी गुटबाजी का नतीजा है. कांग्रेस हाईकमान और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव भी इस हार का कारण रहे हैं.
हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा जिस तरह से चुनाव के दौरान प्रदेश में प्रभारियों का अंबार लगा रहा उससे कहीं न कहीं अव्यवस्था का माहौल रहा. प्रदेश प्रभारी, विधानसभा प्रभारी, ब्लॉक प्रभारी के पीछे पीछे कार्यकर्ता घूमते रहे. इन प्रभारियों के खातिरदारी में भी कार्यकर्ताओं ने दिन रात एक किये. उन्होंने कहा प्रभारी और बड़े नेताओं ने इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराने का काम किया है. कांग्रेस हाईकमान प्रभारियों के नाम पर केवल ड्रामा कर रही थी, यही कारण है कि हरीश रावत को लालकुआं से हराया गया है.
हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा उनको दिल्ली बुलाया गया था. जहां उन्हें कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की बातें सुनकर काफी तकलीफ हुई. इन कांग्रेस के बड़े नेताओं द्वारा सही भाषा-बोली का प्रयोग तक नहीं किया जा रहा है. हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा उत्तराखंड में कांग्रेस और हरीश रावत के हार का बहुत बड़ा हाथ कांग्रेस हाईकमान और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव का है. ऐसे में देवेंद्र यादव को तुरंत पद से हटाया जाना चाहिए.