रामनगर: मॉनसून अब कुछ ही दिनों में उत्तराखंड में अपनी दस्तक दे देगा. इसी कड़ी में रामनगर में आज उपजिलाधिकारी विजयनाथ शुक्ल ने अपने कार्यालय में आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई. इस बैठक में आगे की तैयारियों पर आत्ममंथन किया गया.
दरअसल हर साल बारिश के दौरान कोसी नदी और नाले उफना जाते हैं. जिसके कारण जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इस कारण स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. नदियों में बाढ़ आने से कुछ लोगों को जान से भी हाथ धोना पड़ जाता है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन की ओर से तैयारियों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया गया है. बताया जा रहा है, कि रामनगर तहसील के अंतर्गत एक गांव चुकुम है. यहां के ग्रामीणों को आवागमन के लिए कोसी नदी को पार करना होता है. इस नदी पर पुल भी नहीं है. बाढ़ से सुरक्षा के लिए प्रशासन ने इस क्षेत्र में 7 सुरक्षात्मक चौकियां स्थापित कर दी हैं.
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एसडीएम का कहना है, कि बरसात के दौरान कुछ लोग उफानाए नालों में फंस जाते हैं. इसके मद्देनजर प्रशासन ने फायर ब्रिगेड की रेस्क्यू टीम को भी अलर्ट कर दिया है. साथ ही तहसील में एक आपदा कंट्रोल रूम की स्थापना भी कर दी है. आपदा कंट्रोल रूम का हेल्प लाइन नंबर 05947.251349 है. ये हेल्प लाइन नंबर चौबीसों घंटे काम करेगा. वहीं, भावी आपदा के मद्देनजर आपदा प्रबंधन के सभी विभागीय अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.