हल्द्वानी: नैनीताल जिले के रामनगर में बीते दिनों बरसाती नाला पार करते समय एक कार पानी में बह गई थी. इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं मंगलवार को भी चंपावत जिले के टनकपुर में बरसाती नाला पार करते हुए स्कूल बस पलट गई थी. वहीं रामनगर के पास ही यात्रियों के भरी बस भी बीच दरिया के फंस गई थी. बस में बैठे यात्रियों का बड़ी मुश्किल से रेस्क्यू किया गया. इतने बड़े-बडे़ हादसे होने के बावजूद भी कुछ लोग मानने को तैयार नहीं है. ये हम इसीलिए कह रहे है, क्योंकि मंगलवार को फिर से एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है.
ये वीडियो हल्द्वानी से महज सात किमी दूर विजयपुर गांव का है, जहां कुछ लोग उफान पर आई सुखी नदी को पैदल और बाइक से पार कर रहे हैं. हैरानी के बात ये है कि स्कूली बच्चे भी इसी दरियां को पार कर रहे हैं, जो जान जोखिम में डालने से कम नहीं है. कुछ लोगों की ये छोटी सी गलती उनकी और उनके परिवार दोनों पर भारी पड़ सकती है.
वहीं, जब ये सवाल उन ग्रामीणों से किया गया, जो सुखी नदी को पार कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वे 75 सालों से सुखी नदी पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार और प्रशासन इस पर ध्यान भी नहीं दे रहा है. विजयपुर गांव में करीब 200 परिवार रहते हैं. उनके आने जाने का एक मात्र रास्ता ये ही है.
ग्रामीणों की माने तो बरसातों में नदी उफान पर आ जाने से लोगों के लिए हमेशा मुसीबत उठानी पड़ती है. यहां तक की विजयपुर गांव की एक गर्भवती महिला को अस्पताल जाने के लिए नदी के किनारे करीब 2 घंटे तक गाड़ी में ही इंतजार करना पड़ा है, जहां नदी का पानी कम होने पर ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया है.
पढ़ें- ड्राइवर की बड़ी बेवकूफी, देखते ही देखते बरसाती नाले में पलटी स्कूल बस, देखें वीडियो
हल्द्वानी में जलभराव की समस्या: थोड़ी सी बारिश में हल्द्वानी नगर निगम के दावों की पोल खोल कर दी है. शहर में बारिश के साथ ही जलभरा की समस्या शुरू हो गई है. ऐसे में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत मंगलवार को हल्द्वानी के काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक ली. बैठक में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अधिकारियों को जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तलाशने के निर्देश दिए.