रामनगर: सेव द स्नेक सोसाइटी की टीम ने पिछले 2 महिनों में ढ़ाई सौ से ज्यादा सांपों का रेस्क्यू किया है. जिसके बाद उन सांपों को वन विभाग की मदद से सुरक्षित जंगलों में छोड़ा गया.
सेव द स्नेक सोसायटी की टीम रामनगर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी लोगों की मदद कर रही है. बता दें कि, सेव द स्नेक सोसाइटी की टीम ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सांपों के मिलने की सूचना पर सांपों को रेस्क्यू कर उनको विभाग की मदद से सुरक्षित स्थानों में छोड़ने का काम कर रही है.
वहीं, 1 अप्रैल से जून 10 तारीख तक सेव द स्नेक सोसाइटी ने लगभग ढाई सौ से अधिक सांपों का रेस्क्यू कर वन विभाग की मदद से उन को सुरक्षित स्थानों पर छोड़ा है.
वन्यजीव विशेषज्ञ व सेव द स्नेक सोसाइटी के अध्यक्ष चंद्र सेन कश्यप ने कहा कि जब अप्रैल माह में कोरोना ने तेजी से रफ्तार पकड़ी थी, उन दिनों में भी उनकी टीम द्वारा सांप मिलने की सूचना पर उनको घरों, आंगन व खेतों से सांपों को रेस्क्यू किया गया. उन्होंने कहा कि उनकी टीम हर वक्त लोगों की मदद के लिए तत्पर रहती है.
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उन्होंने कहा कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल नजदीक होने से कोरोना कर्फ्यू के दौरान वाहनों की आवाजाही बंद होने से जंगलों से सांप बाहर निकलकर आबादी की ओर ज्यादा आए है. पिछले 2 माह में ढाई सौ से ज्यादा सांपों का उनकी टीम ने सफल रेस्क्यू किया है.