रामनगर: राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में बीती रात तीन गर्भवती महिलाओं की स्थिति गंभीर होने और डॉक्टर नहीं होने को लेकर अस्पताल स्टाफ ने उन्हें हायर सेंटर रेफर किया था. वहीं, रेफर मरीज में एक गर्भवती की काशीपुर के सरकारी अस्पताल में नार्मल डिलीवरी हुई. जिसके बाद ज्येष्ठ प्रमुख संजय नेगी ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और सोशल मीडिया पर रेफर करने का पोस्ट डाला.
गर्भवती महिलाओं को रेफर करने का पोस्ट वायरल होते ही रामनगर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय प्रशासन हरकत में आया. सीएमएस ने संचालक से मामले में जवाब मांगा है. वहीं, मामले में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सीएमएस ने अस्पताल संचालक पर कार्रवाई करने की बात कही है.
बता दें कि रामनगर के सरकारी अस्पताल के पीपीपी में जाने के बाद से डॉक्टरों की लापरवाही, मरीजों से अभद्रता, गलत इलाज जैसे मामले आम हो गए हैं. बीते कुछ महीनों से अस्पताल में गायनो स्टाफ गर्भवती महिलाओं की स्थिति गंभीर बताकर, उन्हें हायर सेंटर रेफर कर रहे हैं. जबकि अन्य अस्पतालों में महिलाओं की नार्मल डिलीवरी हो रही है.
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समेलखालिया निवासी रवि नेगी ने कहा बुधवार शाम वह अपनी गर्भवती पत्नी दीपा नेगी को लेकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रामनगर ले गया था. अस्पताल पहुंचने पर गायनी में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. जिसके बाद ट्रेनिंग स्टाफ ने महिला को हायर सेंटर ले जाने को कहा गया, रवि ने बताया कि देर रात दो बजे काशीपुर के सरकारी अस्पताल में उसकी पत्नी की नॉर्मल डिलीवरी हुई.
अस्पताल की सीएमएस डॉ चंद्रा पंत ने कहा सोशल मीडिया के माध्यम से अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही की खबर मिली है, जिसकी जांच की जाएगी. साथ ही मामले में अस्पताल संचालक से भी जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की जाएगी.