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दो महीने में ही उखड़ने लगा पुल, अधिकारी का बेतुका जवाब- जल्दबाजी में बना होगा पुल - uttarakhand news

हल्द्वानी को जोड़ने वाला बाइपास पुल जर्जर स्थिति में है. वहीं, पुल का काम करीब दस वर्षों से चल रहा था. जिसका लोकार्पण दो महीने पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था.

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बाईपास पुल
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Published : Feb 11, 2020, 9:32 PM IST

रामनगर: हल्द्वानी से रामनगर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 26 करोड़ की लागत से बने बाइपास पुल की हालत जर्जर स्थिति में है. वहीं पुल का डामणीकरण जगह-जगह उखड़ने लगा है. वहीं, दो महीने पहले ही इस पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था.

दो महीने में ही उखड़ने लगा पुल

बता दें कि, हल्द्वानी को जोड़ने वाला बाइपास पुल जर्जर स्थिति में है. वहीं, पुल का काम करीब दस वर्षों से चल रहा था. जिसका लोकार्पण दो महीने पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था. लेकिन उद्घाटन के दो महीने बाद ही पुल के ऊपर कई जगह डामर उखड़ने से गड्ढे बन गए हैं. जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है. रामनगर के स्थानीय युवक राजीव अग्रवाल का कहना है कि जनता के पैसों से यह पुल बनाया गया है. लेकिन दो महीने में ही डामणीकरण उखड़ना सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. ऐसे में दोषी पाए जाने वाले अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: हरिद्वार पुलिस ने तीन चोरी की घटनाओं का किया खुलासा, गिरोह के पांच शातिर गिरफ्तार

इस मामले में जब दौरान इस मामले में जब राजीव अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरसी पांडे से बात की तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह पुल जल्दबाजी में बनाया गया.

रामनगर: हल्द्वानी से रामनगर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 26 करोड़ की लागत से बने बाइपास पुल की हालत जर्जर स्थिति में है. वहीं पुल का डामणीकरण जगह-जगह उखड़ने लगा है. वहीं, दो महीने पहले ही इस पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था.

दो महीने में ही उखड़ने लगा पुल

बता दें कि, हल्द्वानी को जोड़ने वाला बाइपास पुल जर्जर स्थिति में है. वहीं, पुल का काम करीब दस वर्षों से चल रहा था. जिसका लोकार्पण दो महीने पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था. लेकिन उद्घाटन के दो महीने बाद ही पुल के ऊपर कई जगह डामर उखड़ने से गड्ढे बन गए हैं. जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है. रामनगर के स्थानीय युवक राजीव अग्रवाल का कहना है कि जनता के पैसों से यह पुल बनाया गया है. लेकिन दो महीने में ही डामणीकरण उखड़ना सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. ऐसे में दोषी पाए जाने वाले अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

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इस मामले में जब दौरान इस मामले में जब राजीव अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरसी पांडे से बात की तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह पुल जल्दबाजी में बनाया गया.

Intro:note-इस ख़बर की दूसरी बाइट r app से भेजी जा रही है। intro.- रामनगर हल्द्वानी को जोड़ने वाला 26 करोड़ की लागत से बना बाईपास पुल की हकीकत सामने आने लगी है। पुल पर जगह-जगह रोड का डामणीकरण उखड़ने लगा है।दो माह पूर्व ही प्रदेस के मुख्यमंत्री ने किया था लोकार्पण।


Body:vo.- रामनगर-हल्द्वानी को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 26 करोड़ की लागत से बने बाईपास पुल की हकीकत सामने आने लगी है ।पुल का डामणिकरण जगह-जगह उखड़ने लगा है। दिसंबर 2019 में ही प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था पूल का लोकार्पण। आपको बता दें रामनगर,हल्द्वानी को जोड़ने वाला बायपास पूल,जिसका कार्य 10वर्षों से ज्यादा समय से चल रहा था।जिसका लोकार्पण 2माह पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रिबन काटकर किया था। उद्घाटन को दो महा भी नहीं हुए की पुल के ऊपर कई जगह डामर उखड़ने से गड्ढे बन गए हैं। जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। रामनगर के वरीष्ठ पत्रकार राजीव अग्रवाल का कहना है कि जनता के पैसों से ये पूल बना और ये पूल का 2माह में ही डामणिकरण उखड़ना कही ना कही सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े खड़े करता है। और दोषी पाए जाने वाले अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस विसय में हमारी बात लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता से हुई तो सहायक अभियंता सफाई देते हुए नजर आए। उनका कहना था कि यह पुल, जल्दी बाजी में बनाया गया ।अब सोचने वाली बात यह है कि क्या पूल के निर्माण के लिए 10 वर्षों का समय कम था।जो सहायक अभियंता साब कह रहे है कि समय कम था। byte.1-राजीव अग्रवाल(वरिष्ठ पत्रकार) byte.2-आरसी पांडे (सहायक अभियंता)


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