रामनगर: लॉकडाउन का असर हर तबके पर पड़ा है. कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से देश के साथ ही प्रदेश के लोग भी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. वही, उत्तराखंड में लोक कलाकारों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है. जिसको लेकर स्थानीय कलाकारों ने कुमाऊं लोक कलाकार महासंघ के बैनर तले 4 सूत्रीय मांग को लेकर उप जिलाधिकारी विजय नाथ शुक्ल के द्वारा सीएम को ज्ञापन भेजा. कलाकारों ने राज्य सरकार से गाइडलाइन जारी करने की मांग की, जिससे वे अपने रोजगार पर लौट सके.
स्थानीय कलाकारों ने लॉकडाउन के कारण हुई परेशानियों से निजात दिलाने को लेकर एसडीएम विजय नाथ शुक्ल के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा. ज्ञापन में कलाकारों ने मांग की है कि विभिन्न क्षेत्रों की तरह सरकार कला क्षेत्र के लोगों के लिए भी एक गाइडलाइन बनाएं, जिससे कलाकार नियमों के आधार पर कार्य कर सके. क्योंकि अनलॉक 1.0 में सभी क्षेत्रों में कार्य खुल चुके हैं, लेकिन कला क्षेत्र ही एक ऐसा क्षेत्र है, जिससे जुड़ा हुआ व्यक्ति आज भी घर में बेरोजगार बैठा है. जिससे उनकी आर्थिक स्थिति लगातार खराब हो रही है.
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कलाकारों की मांग है कि वर्तमान में घोषित ₹1000 की सहायता राशि को बढ़ाकर एक सम्मानित धनराशि कलाकारों को दी जाए. जिससे उन्हें राहत मिल सके. प्रदेश में कला क्षेत्र मे कार्य कर रहे सभी कलाकारों के साथ ही गायक, कवि, लेखक, चित्रकार, गीतकार, संगीतकार को एक अभियान चलाकर सूचीबद्ध किया जाए. वर्तमान में सभी कलाकार सूचीबद्ध नहीं हैं, जो प्रदेश में कला के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं. संस्कृति विभाग एवं सूचना विभाग द्वारा पंजीकृत सांस्कृतिक दलों का बकाया अटका हुआ है. उसका तत्काल भुगतान किया जाए. जिससे वर्तमान में अपने अस्तित्व को बचाने को जूझ रहे सांस्कृतिक दलों एवं उनसे जुड़े कलाकारों को कुछ राहत मिल सके.