हल्द्वानीः उत्तराखंड में एनआरसी लागू किए जाने को लेकर बीजेपी सांसद अजय भट्ट के बयान के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई है. ऐसे में इस बयान को लेकर सामाजिक संगठनों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के कार्यकर्ताओं ने एनआरसी को लेकर भट्ट के बयान पर विरोध दर्ज कराया है.
बता दें कि असम के बाद उत्तराखंड में भी एनआरसी लागू किए जाने की सुगबुगाहट के बाद अब इसका विरोध भी शुरू हो गया है. बीते दिनों बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा था कि उत्तराखंड में भी असम की तर्ज पर घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा और प्रदेस में केवल हिंदू शरणार्थियों को ही पनाह मिलेगी.
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वहीं, बुधवार को हल्द्वानी में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के लोगों ने अजय भट्ट के इस बयान को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है. उनका कहना है कि राज्य सरकार एनआरसी के नाम पर गरीबों और मजलूमों का उत्पीड़न करने जा रही है.
वहीं,संगठन के लोगों का कहना है कि अगर सूबे में एनआरसी को लागू किया जाता है तो गरीबों को अपनी नागरिकता प्रमाणित करने के लिए भटकना पड़ेगा. जिसको लेकर संगठन विरोध कर रहा है. संगठन के लोगों ने कहा कि देश के बड़े-बड़े लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. गरीब परेशान हैं नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं, लेकिन सरकार एनआरसी को मुद्दा बना कर जनता का ध्यान भटका रही है.