ETV Bharat / state

कॉर्बेट के झिरना व ढेला रेंज से होगा गुर्जर परिवारों का विस्थापन, अधिकारियों को भेजा गया प्रस्ताव

कॉर्बेट के झिरना व ढेला के बफर एरिया में अभी भी कई गुर्जरों के परिवार रह रहे हैं. जिनके विस्थापन के लिए कॉर्बेट प्रशासन ने फिर से कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके लिए उच्च स्तर को प्रस्ताव भेजा गया है.

proposal-sent-to-higher-level-for-displacement-of-gurjar-families-of-jhirna-and-dhela-buffer-areas-of-corbett
कॉर्बेट के झिरना व ढेला रेंज से होगा गुर्जर परिवारों का विस्थापन
author img

By

Published : Apr 15, 2022, 11:11 AM IST

Updated : Apr 16, 2022, 5:31 PM IST

रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बफर एरिया में अभी भी कई गुर्जर परिवार निवास करते हैं. जिन्हें शिफ्ट किये जाने की कोशिश की जा रही है. ढेला और झिरना रेंज में अभी भी 52 परिवारों को शिफ्ट नहीं किया जा सका है. जिसको लेकर कॉर्बेट प्रशासन ने उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा है.

बता दें कॉर्बेट प्रशासन ने जब सरकार को इस संबंध में 2002 में अवगत कराया था तो सरकार ने 2019 में इन गुर्जर परिवारों को शिफ्ट करने की ओर कदम बढ़ाया था. लेकिन तब से अब तक स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. कॉर्बेट प्रशासन ने एक बार फिर इन परिवारों के विस्थापन के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है.

पढ़ें- कांग्रेस में मची उथल-पुथल का बीजेपी को उपचुनाव में मिलेगा फायदा !

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला और झिरना रेंज में अभी भी 52 गुर्जर परिवार रह रहे हैं. जिनकी गणना का कार्य 2002 में किया गया था. उन्होंने बताया इससे पूर्व कॉर्बेट के एरिया में रह रहे गुर्जरों का विस्थापन हरिद्वार क्षेत्र में किया जा चुका है.

अभी वर्तमान में 52 परिवार ढेला व झिरना क्षेत्र में रह रहे हैं. उनके विस्थापन को लेकर 2019 में शासनादेश जारी किया गया था. शासनादेश में दिए गए शर्तों के अनुरूप गुर्जर परिवारों का विस्थापन का प्रस्ताव उच्च स्तर को भेजा जा रहा है.

रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बफर एरिया में अभी भी कई गुर्जर परिवार निवास करते हैं. जिन्हें शिफ्ट किये जाने की कोशिश की जा रही है. ढेला और झिरना रेंज में अभी भी 52 परिवारों को शिफ्ट नहीं किया जा सका है. जिसको लेकर कॉर्बेट प्रशासन ने उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा है.

बता दें कॉर्बेट प्रशासन ने जब सरकार को इस संबंध में 2002 में अवगत कराया था तो सरकार ने 2019 में इन गुर्जर परिवारों को शिफ्ट करने की ओर कदम बढ़ाया था. लेकिन तब से अब तक स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. कॉर्बेट प्रशासन ने एक बार फिर इन परिवारों के विस्थापन के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है.

पढ़ें- कांग्रेस में मची उथल-पुथल का बीजेपी को उपचुनाव में मिलेगा फायदा !

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला और झिरना रेंज में अभी भी 52 गुर्जर परिवार रह रहे हैं. जिनकी गणना का कार्य 2002 में किया गया था. उन्होंने बताया इससे पूर्व कॉर्बेट के एरिया में रह रहे गुर्जरों का विस्थापन हरिद्वार क्षेत्र में किया जा चुका है.

अभी वर्तमान में 52 परिवार ढेला व झिरना क्षेत्र में रह रहे हैं. उनके विस्थापन को लेकर 2019 में शासनादेश जारी किया गया था. शासनादेश में दिए गए शर्तों के अनुरूप गुर्जर परिवारों का विस्थापन का प्रस्ताव उच्च स्तर को भेजा जा रहा है.

Last Updated : Apr 16, 2022, 5:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.