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कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रो. रघुवीर चंद का निधन

प्रोफेसर रघुवीर चंद की नियुक्ति 1978 में कुमाऊं विवि में हो गई थी, प्रो. चंद ने भूटान में ब्रोकपास वाटरशेड विषय में पीएचडी की थी.

Professor Raghuveer Chand news
प्रोफेसर रघुवीर चंद
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Published : Mar 27, 2021, 7:30 PM IST

नैनीताल: कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में भूगोल विभाग के पूर्व विधागाध्यक्ष एवं कला संकाय के अध्यक्ष रहे प्रो. रघुवीर चंद का बीते रात निधन हो गया. प्रो. रघुवीर चंद लंबे समय से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे. जिनका दिल्ली में उपचार चल रहा था. वे 2 दिन पहले ही अपना इलाज करा कर नैनीताल वापस लौटे थे.

जानकारी के मुताबिक बीती रात प्रोफेसर की अचानक तबीयत बिगड़ी. जिसके बाद परिजन उन्हें नैनीताल के रैमजे अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रोफेसर रघुवीर मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के सेरी गांव निवासी थे. जिनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा और उच्च शिक्षा पिथौरागढ से ही हुई.

प्रो चंद अपने स्कूल के दिनों में हर रोज करीब 20 किमी पैदल चलकर पढ़ाई करते थे. प्रोफेसर चंद कुमाऊं विश्वविद्यालय से भूगोल विषय से गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुके है. प्रोफेसर चांद की नियुक्ति 1978 में कुमाऊं विवि में हो गई थी, प्रो चंद ने भूटान में ब्रोकपास वाटरशेड विषय में पीएचडी की है.

पढ़ें- महाकुंभ में आए 18 इंच छोटे बाबा की बड़ी है महिमा, सेल्फी के लिए लग रही भीड़

प्रोफेसर के निधन पर कुलपति प्रो एनके जोशी सहित बड़ी संख्या में छात्र और अध्यापकों ने शोक जताया.

नैनीताल: कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में भूगोल विभाग के पूर्व विधागाध्यक्ष एवं कला संकाय के अध्यक्ष रहे प्रो. रघुवीर चंद का बीते रात निधन हो गया. प्रो. रघुवीर चंद लंबे समय से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे. जिनका दिल्ली में उपचार चल रहा था. वे 2 दिन पहले ही अपना इलाज करा कर नैनीताल वापस लौटे थे.

जानकारी के मुताबिक बीती रात प्रोफेसर की अचानक तबीयत बिगड़ी. जिसके बाद परिजन उन्हें नैनीताल के रैमजे अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रोफेसर रघुवीर मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के सेरी गांव निवासी थे. जिनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा और उच्च शिक्षा पिथौरागढ से ही हुई.

प्रो चंद अपने स्कूल के दिनों में हर रोज करीब 20 किमी पैदल चलकर पढ़ाई करते थे. प्रोफेसर चंद कुमाऊं विश्वविद्यालय से भूगोल विषय से गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुके है. प्रोफेसर चांद की नियुक्ति 1978 में कुमाऊं विवि में हो गई थी, प्रो चंद ने भूटान में ब्रोकपास वाटरशेड विषय में पीएचडी की है.

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प्रोफेसर के निधन पर कुलपति प्रो एनके जोशी सहित बड़ी संख्या में छात्र और अध्यापकों ने शोक जताया.

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