हल्द्वानी: उप कारागार में एक कैदी की मौत हो गई. मौत के बाद मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही कैदी की मौत की जांच की मांग करते हुए शव लेने से मना कर दिया. पुलिस प्रशासन के लाख मनाने की कोशिश के बाद भी शाहजहांपुर से पहुंच मृतक के परिजन नहीं मानें और जांच की मांग पर अड़े रहे.
बताया जा रहा है कि शाहजहांपुर के रहने वाला सूरज नाम का विचाराधीन कैदी हत्या और लूट के मामले में 7 महीनों से हल्द्वानी के उप कारागार में बंद था. इलाज के दौरान कल उसकी मौत हो गई . सूचना के बाद शाहजहांपुर से पहुंचे मृतक कैदी के परिवार वालों ने हंगामा खड़ा करते हुए जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि कैदी सूरज बीमार था, लेकिन उसका जेल प्रशासन ने इलाज नहीं कराया. सूरज की मौत हो जाने के बाद उसको अस्पताल ले जाया गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
परिजनों का आरोप है कि सूरज को समय रहते इलाज मिल गया होता तो वह बच गया होता. परिजनों का कहना है कि जब तक इस मामले में जांच नहीं होती तब तक शव को नहीं उठाएंगे. मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस जबरदस्ती पंचनामा भरवा कर शव ले जाने का दबाव बना रही है. वहीं जेल अधीक्षक मनोज आर्य का कहना है कि कैदी की पैर में बीमारी होने की परेशानी को लेकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
गौरतलब है कि कैदी सूरज हल्द्वानी जेल में पिछले 8 सितंबर 2008 से बंद था. सूरज और उनके साथियों के ऊपर हल्द्वानी की राधा भट्ट हत्याकांड और रुद्रपुर के अर्पणा हत्याकांड,लूट का अंजाम देने का आरोप था और मामला न्यायालय में विचाराधीन है. हल्द्वानी जेल में सूरज के साथ साथ उसके अन्य साथी भी बंद हैं.