हल्द्वानी: प्रदेश को सबसे अधिक राजस्व देने वाली गौला और नंधौर नदी में चुगान का काम एक अक्टूबर से शुरू होगा. इसको देखते हुए आजकल वन विभाग सीमांकन का काम कर रहा है. पिछले हफ्ते पहाड़ों में अच्छी बारिश हुई है, लिहाजा नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है, इसलिए इन जगहों में सीमांकन के काम मे देरी हो रही है.
सीमांकन की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए जलस्तर कम होने का इंतजार किया जा रहा है. गौला नदी खनन के मामले में सबसे अधिक राजस्व देने वाली नदी है. लिहाजा उम्मीद है की इस बार खनन कार्य अच्छा होगा. डीएफओ तराई पूर्वी वन प्रभाग के मुताबिक नदियों का जलस्तर कम होते ही चुगान/ खनन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि खनन सत्र को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं. गेटों पर तौल कांटो का निर्माण सहित अन्य अवस्थाएं ठीक की जा रही है. वहीं नदी में पानी कम होते ही खनन कार्य शुरू कर दिया जाएगा.