हल्द्वानी: झूठ और फरेब के इस दौर में भी ईमानदारी जिंदा है. इसका जीता जागता उदाहरण नैनीताल जिले के काठगोदाम में देखने को मिला है, जहां दो कॉन्स्टेबलों ने एक व्यक्ति के 47 हजार रुपए लौटाकर न सिर्फ उत्तराखंड पुलिस के स्लोगन मित्र पुलिस को चरितार्थ किया है, बल्कि ईमानदारी का भी परिचय दिया है.
दरअसल, कोविड ड्यूटी में लगे काठगोदाम थाने के दो कॉन्स्टेबलों (टीकाराम और अशोक) को सड़क पर पड़ा एक पर्स मिला. इस दौरान दोनों पुलिसकर्मी पर्स स्वामी की तलाश करते रहे, लेकिन उन्हें उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. आखिर में पुलिसकर्मियों ने थानाध्यक्ष विमल मिश्रा को इसकी जानकारी दी. इसके बाद थानाध्यक्ष के प्रयासों से जानकारी मिली की ये पर्स पीसीएस अधिकारी विनोद गिरि गोस्वामी का है.
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पीसीएस अधिकारी विनोद गिरि गोस्वामी के परिजन बृजलाल हॉस्पिटल में भर्ती हैं. जिसके लिए वो हॉस्पिटल में पैसा जमा करने गए थे, लेकिन अस्पताल के बाहर सड़क पर उनका पर्स गिर जाने के बाद वह काफी परेशान थे. थानाध्यक्ष विमल मिश्रा और पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से पीसीएस अधिकारी का पता लगा कर उनको फोन किया. जिसके बाद उनको देर रात पर्स लौटाया.