हल्द्वानी: कोरोना वायरस के महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक अपने स्तर से काम कर रही हैं, तो वही इस महामारी से निपटने के लिए लगे सभी लोगों का हौसले बढ़ाने के लिए समय-समय पर प्रधानमंत्री मोदी हौसला अफजाई कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानि शुक्रवार को देश के नाम दिए संदेश में उन्होंने कहा कि 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे 9 मिनट तक देशवासियों को लाइट बंद कर दिए जलाएं, दिए का इंतजाम न हो पाए तो मोमबत्ती या फिर मोबाइल की टार्च से रोशनी करें. पीएम के इस संदेश को अध्यात्म के महत्व से भी जोड़ा जा रहा है.
ज्योतिषाचार्य नवीन चंद्र जोशी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक और ज्ञानी व्यक्ति भी जाने जाते हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री का जो दीए जलाने का देशवासियों को संदेश दिया है. अपने आप में धार्मिक रूप में बहुत मायने रखता है. ज्योतिष के अनुसार, 5 अप्रैल को वामन द्वादशी है. उस दिन पृथ्वी को सूर्य से अधिक प्रकाश मिलता है. पुराणों में वामन द्वादशी को भगवान का 52 वा अवतार माना गया है. जिसमे उन्होंने स्वर्ग और पृथ्वी को राजा बलि से मुक्त कराया था. अपने एक पग में संपूर्ण पृथ्वी को नाप लिया था, जबकि दूसरे पग से संपूर्ण स्वर्ग को नाप लिया था और पृथ्वी और स्वर्ग की रक्षा किया था.
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ज्योतिषाचार्य के अनुसार, 5 अप्रैल का दिन वामन द्वादशी पृथ्वी को सूर्य से अधिक प्रकाश मिलता है और यह वायरस पैदा करने वाली बीमारियों को सशक्त बनाता है. वायरस एक दृष्ट इकाई है और यह अंधेरे में पनपता है. दीए के प्रकाश को दिव्य शक्ति माना जाता है और सभी तरह की बुराइयों को अपनी ओर खींच उसको समाप्त करता है. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वामन द्वादशी के दिन को चुना है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत ही नहीं बल्कि विश्व के लोगों को भी यह संदेश दिया है कि इस कोरोना वायरस से सबको मुक्ति मिल जाए.