नैनीताल: जिले में आमतौर पर मैदानी क्षेत्र में पाए जाने वाला बाघ अब पहाड़ी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. सातताल क्षेत्र में बाघ दिखने से एक तरफ वन प्रेमियों में खुशी है, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रही बाघों की संख्या से स्थानीय निवासी दहशत में है. आलम ये है कि शाम होते ही क्षेत्र की सड़कों में बाघ चहलकदमी करते हुए दिख रहे हैं. इसी क्रम में देर शाम सातताल को जाने वाले मोटर मार्ग पर बाघिन अपने तीन शावकों के साथ दिखाई दी.
सातताल में तीन शावकों के साथ दिखी बाघिन: स्थानीय निवासी विक्रम कंडारी ने बताया कि सातताल आश्रम के समीप दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब कैमरों में बाघिन को कैद किया गया है. भीमताल और आसपास के क्षेत्र में सातताल का जंगल ही एक मात्र ऐसा जंगल है, जहां संरक्षित प्रजाति की लगभग 45 प्रजातियां पाई जाती हैं.
दहशत में स्थानीय निवासी: उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाएं अपने मवेशियों के लिए चारा लेने के लिए अक्सर जंगल जाती हैं. ऐसे में अगर क्षेत्र में बाघ की संख्या बढ़ेगी, तो कहीं ना कहीं उनके मवेशियों और उनके जीवन पर खतरा बना रहेगा.
सातताल बाघ का आतंक तेजी से बढ़ा: बता दें कि बीते दिनों सातताल और नौकुचीयाताल क्षेत्र में बाघ का आतंक तेजी से बढ़ा है. बाघ ने दो महिलाओं को अपना निवाला बनाया है. इसके बाद से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है. वहीं, अब तेजी से बढ़ रहे पहाड़ी क्षेत्रों में बाघ की संख्या को देखकर एक तरफ पर्यावरण प्रेमी खुश नजर आ रहे हैं.
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