रामनगर: नए बाईपास पुल पर 28 लाख रुपए की लागत से बन रहे हाईटेक शौचालय का स्थानीय लोगों ने विरोध किया है. लोगों ने आरोप लगाया कि जब 20 मीटर की दूरी पर पहले ही एक शौचालय है तो उसका जीर्णोद्धार करने के बजाय नया बनाना पैसे की बर्बादी है.
स्थानीय निवासी अनिता का कहना है कि जिस स्थान पर शौचालय बनने जा रहा है, यहां पर पहले गांधी घाट हुआ करता था. जब शौचालय का निर्माण कार्य शुरू हो तो कहा गया कि यहां पर पार्क बनाया जा रहा है लेकिन बाद में बता लगा कि यहां पर हाईटेक शौचालय बनाया जा रहा है, तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया है. उनका कहना है कि जब 20 मीटर की दूरी पर एक शौचालय है, तो उसको ही हाईटेक शौचालय का रूप क्यों नहीं दिया जा रहा है, आखिर जनता का पैसा क्यों बर्बाद किया जा रहा है.
चंद्रसेन कश्यप ने कहा कि यहां पर हाईटेक शौचालय का कोई औचित्य नहीं है. बगल में ही दूसरा शौचालय है. स्थानीय प्रशासन को चाहिए था कि उसी को सही करवा कर हाईटेक का रूप दिया जाता.
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एसएसआई ने दिया ये सुझाव
स्थानीय लोगों के विरोध करने की सूचना पर रामनगर कोतवाली से एसएसआई जयपाल चौहान पहुंचे. उन्होंने स्थानीय लोगों को समझाया कि निर्माणाधीन कार्य को रुकवाने के लिए वो उप जिलाधिकारी के पास अपना प्रार्थना पत्र लेकर जाएं. अगर उनके द्वारा कोई आदेश होंगे तो उसी हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, रामनगर क्षेत्र में शासन से चार हाईटेक शौचालय की अनुमति मिली है. ये शौचालय कोसी बैराज, नए बाईपास पुल पर यात्री प्रतीक्षालय के पास, रामनगर तहसील में और रामनगर के रोडवेज स्टेशन के बनने हैं. एक हाईटेक शौचालय की कीमत लगभग 28 लाख से ज्यादा की होगी. इस प्रकार ये 4 शौचालय 1 करोड़ 12 लाख से ज्यादा के बनकर तैयार होंगे.