रामनगर: आमडंडा वन गांव के लोगों ने सड़क दुर्घटना में मारे गये व्यक्ति के शव के साथ रामनगर कोतवाली के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारी पुलिस की कार्यशैली को लेकर गुस्से में थे. उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठाए. लोगों ने सोमवार दोपहर 12 बजे तक आरोपी डंपर चालक की गिरफ्तारी न होने पर फिर से प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
मंगलवार की रात काम से घर लौट रहे एक युवक को रामनगर के आमडंडा पर एक ट्रक ने कुचल दिया था. जिसके बाद परिजन घायल का रामनगर से प्राथमिक उपचार कराने के बाद उसे हायर सेंटर ले गए थे. जहां शनिवार की देर शाम उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया. आज मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में शव रखकर प्रदर्शन कर दिया. धरनास्थल पर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने परिजनों को सोमवार सुबह तक कार्रवाई करने का आश्वासन देकर शांत किया.जिसके बाद परिजन घरों को लौटे.
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रविवार को कोतवाली के बाहर हुए प्रदर्शन के दौरान राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी ने बताया अमडंडा खत्ता निवासी सुरेश कुमार रामनगर की एक दुकान में काम करता था. 12 जुलाई की रात वह काम ख़त्म कर घर लौट रहा था. रास्ते में आमडंडा बेरियर के पास ट्रक संख्या यूके 06सीबी3776 ने उसे कुचलकर भाग गया. आसपास के लोगों ने घायल को अस्पताल पहुंचाया. उन्होंने बताया सुरेश की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया. जिसके बाद दिल्ली के एक अस्पताल में उसका उपचार चल रहा था. जहां शनिवार को उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
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उन्होंने आरोप लगाया पुलिस ने गुरुवार को मुकदमा दर्ज करने के बाद अब तक न तो ट्रक को सीज किया और न ही आरोपी ट्रक चालक की गिरफ्तारी की गई.उन्होंने कहा सोमवार तक आरोपी चालक की गिरफ्तारी नहीं हुई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे.