हल्द्वानी: 10 सितंबर को भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती को धूमधाम से मनाई जाएगी. पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती को धूमधाम मनाने के लिए सरकार के साथ-साथ पंत जयंती संयोजक के कार्यकर्ता भी तैयारियों में जुट गए हैं. गोविंद बल्लभ पंत जयंती कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शिरकत करेंगे.
गोविंद बल्लभ पंत जयंती के मुख्य संयोजक गोपाल सिंह रावत ने बताया 10 सितंबर को भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत की 136वीं जयंती पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाई जाएगी. कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर पूरे प्रदेश में भ्रमण कार्यक्रम चल रहा है. जिसके तहत कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए जयंती के प्रदेश प्रभारी राजेश कुमार और जयंती के प्रदेश सह प्रभारी मन्नू भट्ट के नेतृत्व में जगह जगह तैयारियों को लेकर बैठक की जा रही है. उन्होंने कहा हल्द्वानी में पंत जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जाएगी. जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आमंत्रित किया गया है. पूरे प्रदेश में जगह-जगह जयंती के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. जिसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
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गोविंद बल्लभ पंत का जन्म 10 सितम्बर, 1887 उत्तराखंड के अल्मोड़ा ज़िले के खूंट नामक गांव में हुआ था. उनके के पिता का नाम मनोरथ पन्त था. गोविंद बल्लभ पंत उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री एवं स्वतंत्रता सेनानी थे. उनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से 27 मई, 1954 तक रहा इसके बाद में वे भारत के गृहमंत्री भी बने. भारतीय संविधान में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने और जमींदारी प्रथा को खत्म कराने में उन्होने महत्वपूर्ण योगदान दिया था. भारत रत्न का सम्मान उनके ही गृह मन्त्रित्व काल में शुरू किया गया था. इसके बाद में यही सम्मान उन्हें 1947 में उनके स्वतन्त्रता संग्राम में योगदान देने, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के गृहमंत्री के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद द्वारा भारत रत्न से नवाजा गया था गया था.