हल्द्वानी: लोगों में होली का सुरूर छाने लगा है. कुमाऊं में जगह-जगह होली गायन चल रहा है.वहीं हल्द्वानी में रविवार से शुरू हुई होली के दूसरे चरण की शुरूआत की गई. हिमालय संगीत शोध समिति की ओर से बैठकी होली का आयोजन किया गया. के.पुरम मुखानी स्थित हिमालय शोध प्रशिक्षण केंद्र ने रसिक जनों के साथ ऑनलाइन इस अभियान को चलाया. कार्यक्रम में शीतल प्रसाद मिश्रा ने शास्त्रीय होली की प्रस्तुति दी.
शहर में जगह-जगह ‘यमुना तट श्याम खेले होली., होली खेले रघुवीरा अवध में .., रंग बरसे भीगे चुनरिया’ गीत सुनाई पड़ने लगे हैं. लोगों पर होली का रंग धीरे-धीरे चढ़ने लगा है. कार्यक्रम का संचालन तालमणि भरत कुमार मिश्रा ने की. कार्यक्रम में होली प्रस्तुति का लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया. इस दौरान समिति द्वारा उत्तराखंड की लोक कला और संस्कृति को बढ़ाने के लिए युवाओं को आगे आने की अपील की.
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जिससे युवा अपनी संस्कृति को संजोए रखें. कार्यक्रम में होल्यार होली के परंपरागत और शास्त्रीय गीतों को पूरे राग में गाते दिखाई दिए. बता दें कि कुमाऊं में बैठकी होली का इतिहास काफी समृद्ध रहा है. होली गायकी की शुरूवात 16वीं सदी में चंद वंशीय राजा कल्याण चंन्द के शासनकाल से मानी जाती है.