हल्द्वानी: अगर मन में हौसला और लगन हो तो हर चीज संभव है. इस कथन को हल्द्वानी के गोरापड़ाव क्षेत्र के हिम्मतपुर में रहने वाले प्रगतिशील काश्तकार अनिल पांडे ने सच कर दिखाया है. ये प्रगतिशील काश्तकार ऑर्गेनिक खेती के माध्यम से खेती कर अपने रोजगार को नई बुलंदियां दे रहे हैं. बता दें कि अनिल पांडे ने जैविक खेती का संकल्प लेते हुए सब्जियों का उत्पादन शुरू किया है.
अनिल पांडे ने बताया कि आज रासायनिक प्रदूषण से कृषि भूमि समाप्त हो रही है. साथ ही उससे उत्पादित होने वाली साग सब्जियों के खाने से लोगों की सेहत पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है. जैविक खेती में कंपोस्ट खाद के अलावा केंचुआ खाद, नीम खली, लेमनग्रास के साथ-साथ गोमूत्र का प्रयोग कर इन सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं. जो खाने में स्वादिष्ट और सेहतमंद हैं.
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साथ ही काश्तकार अनिल पांडे ने बताया कि कृषि में लगातार उर्वरक और कीटनाशकों के प्रयोग से पर्यावरण पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है. वहीं, जैविक खेती लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. जैविक खेती के माध्यम से देश हरित क्रांति की ओर जा सकता है, इसके लिए काश्तकारों को जागरूक होना पड़ेगा. साथ ही सरकार को भी ऑर्गेनिक खेती को लेकर काश्तकारों को प्रोत्साहन करना चाहिए.