हल्द्वानी: प्रदेश सरकार के खिलाफ विधायकों के बगावती सुर लगातार उठ रहे हैं. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. इंदिरा हृदयेश ने कहा है कि सत्ताधारी पार्टी में अंदरूनी कलह को विधायकों की नाराजगी ने सही साबित कर दिया है. मतलब साफ है कि सत्ताधारी पार्टी में अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में न तो विकास कार्य हो रहे हैं और न ही अधिकारी जनप्रतिनिधियों की सुन रहे हैं. लिहाजा, सत्तापक्ष के विधायकों के ऐसे हालात हो गए हैं कि वो अब नेतृत्व परिवर्तन चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इस माहौल को तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए और भरोसेमंद नेतृत्व को लाना चाहिए. इसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है. प्रदेश के विकास कार्य पूरी तरह चौपट हैं. अधिकारी भी जन समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं हैं.
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ये है मामला
बता दें, उत्तराखंड में बीजेपी के कुछ विधायक इन दिनों सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर नाखुश दिखाई दे रहे हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी विधायक बिशन सिंह चुफाल, सुरेंद्र सिंह जीना, पूरन सिंह फर्त्याल और विनोद कंडारी समेत कुछ दूसरे विधायक भी अपने क्षेत्र में अधिकारियों की कार्यप्रणाली से नाखुश हैं. बिशन सिंह चुफाल ने कहा है कि अब चुनाव नजदीक है और अधिकारी विधायकों की बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं. ऐसे में विकास कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं. इन विधायकों ने पार्टी हाईकमान को भी इसकी शिकायत करने का मन बना लिया है.