हल्द्वानी: प्याज के आसमान छूते दाम लोगों को रुला रहे हैं. गृहणियों के किचन का बजट पूरी तरह बिगड़ चुका है. आलम ये है कि प्याज के दाम महंगे होने के चलते लोगों ने या तो प्याज खाना बंद कर दिया है या केवल काम चलाने लायक ही प्याज खरीद रहे हैं. फिलहाल अगले 15 दिनों तक प्याज के दामों में तेजी रहेगी.
कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में इन दोनों प्याज खुदरा बाजार में 70 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जबकि होलसेल मार्केट में 50 रुपए प्रति किलो तक बिक्री की जा रही है. यही नहीं बड़े व्यापारी द्वारा भी बाहर की मंडियों से प्याज की डिमांड को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 15 दिन बाद राजस्थान से प्याज की नई खेप आएगी और प्याज की कीमतों में भी कमी आ सकती है. फिलहाल 15 दिनों तक प्याज के दामों में और तेजी रहेगी.
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हल्द्वानी मंडी में जहां अन्य दिनों में रोजाना प्याज की आवक 80 टन हुआ करती थी. वह घटकर अब 30 से 40 टन ही रह गई है. प्याज व्यापारियों का कहना है कि फिलहाल 15 दिनों तक प्याज के दामों में तेजी रहेगी. इसके बाद बाजार में राजस्थान से प्याज की नई खेप आ जाएगी. जिसके बाद प्याज के दामों में गिरावट आएगी. प्याज व्यापारियों का कहना है कि इन दिनों अलवर की मंडी की प्याज हल्द्वानी मंडी में पहुंच रही है. डिमांड से आधी प्याज की खेप ही उनको मिल पा रही है. ऐसे में कारोबारियों को काफी घाटा उठाना पड़ रहा है. व्यापारियों का कहना है कि दक्षिण भारत में बेमौसम बरसात के चलते प्याज खराब हो गए थे. जिसके चलते प्याज के दामों में तेजी आई है.
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मंडी समिति के सचिव विश्व विजय सिंह देव का कहना है कि बाजार में उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए मंडी समिति द्वारा प्याज का स्टाल भी लगाया गया है. जहां लोगों को 41 रुपए प्रति किलो की दर से प्याज उपलब्ध कराया जा रहा है.