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प्याज की कीमत ने लगाया शतक, अब दर्शन भी हुए दुर्लभ

प्याज के दाम निरंतर लोगों को रुला रहे हैं. मंडी में प्याज के दाम 90-95 रुपये प्रति किलो है. वहीं बाहर प्याज के दाम 120 रुपये प्रति किलो के आसपास हैं.

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मंडियों से भी गायब हुआ प्याज
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Published : Dec 5, 2019, 2:32 PM IST

Updated : Dec 5, 2019, 4:22 PM IST

हल्द्वानी: सदन से लेकर सड़क तक प्याज के बढ़ते दाम ही चर्चा के विषय हैं. अभी तक प्याज धीरे-धीरे लोगों की थाली से गायब हो रही था लेकिन, अब तो प्याज बाजार से भी गायब हो रही है. कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में प्याज होलसेल रेट में 90 से 95 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जबकि खुदरा बाजार में 110 से 120 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है.

रुला रहा प्याज मंडियों से भी हुआ गायब

प्याज के दाम ने लोगों की आंखों के आंसुओं को और बढ़ा दिया है. कभी एक किलो प्याज खरीदने वाले लोग अब पाव किलो प्याज खरीदकर अपना काम चलाने को मजबूर हैं. हालात ये हो गए हैं कि कुमाऊं की सबसे बड़ी हल्द्वानी मंडी में अब प्याज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में व्यापारी भी परेशान नजर आ रहे हैं.

पढ़ेंः अल्मोड़ा: प्याज की माला पहन कांग्रेसियों ने किया महंगाई का विरोध, पूछा- कहां हैं अच्छे दिन ?

व्यापारियों का कहना है कि नया प्याज जाने के बाद भी प्याज के दामों में गिरावट नहीं होना चिंता का विषय बना हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार प्याज को लेकर सही नीति बनाती तो आज प्याज की कीमत इतनी नहीं होती. व्यापारी आरोप लगाते हैं कि सरकार ने प्याज खरीद के दौरान हल्की क्वालिटी की प्याज खरीदी, जो सरकारी गोदामों में सड़ गई. जिसका नतीजा ये निकला है कि अब प्याज महंगी हो गई है.

पढ़ेंः देहरादून: फिर प्याज के तेवर हुए 'लाल', दूसरे देशों से किया जाएगा आयात

हल्द्वानी मंडी के आलू फल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की ने बताया कि पहले मंडी में रोजाना 600 कुंटल प्याज की आवक होती थी जो आज 100 कुंटल भी नहीं हो पा रही है. वहीं, दुकानदारों का कहना है कि पहले लोग एक किलो या दो किलो प्याज आसानी से खरीद लेते थे. वहीं, आज ये हालत है कि पाव किलो प्याज खरीदने के लिए खरीददार को सोचना पड़ रहा है.

हल्द्वानी: सदन से लेकर सड़क तक प्याज के बढ़ते दाम ही चर्चा के विषय हैं. अभी तक प्याज धीरे-धीरे लोगों की थाली से गायब हो रही था लेकिन, अब तो प्याज बाजार से भी गायब हो रही है. कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में प्याज होलसेल रेट में 90 से 95 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जबकि खुदरा बाजार में 110 से 120 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है.

रुला रहा प्याज मंडियों से भी हुआ गायब

प्याज के दाम ने लोगों की आंखों के आंसुओं को और बढ़ा दिया है. कभी एक किलो प्याज खरीदने वाले लोग अब पाव किलो प्याज खरीदकर अपना काम चलाने को मजबूर हैं. हालात ये हो गए हैं कि कुमाऊं की सबसे बड़ी हल्द्वानी मंडी में अब प्याज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में व्यापारी भी परेशान नजर आ रहे हैं.

पढ़ेंः अल्मोड़ा: प्याज की माला पहन कांग्रेसियों ने किया महंगाई का विरोध, पूछा- कहां हैं अच्छे दिन ?

व्यापारियों का कहना है कि नया प्याज जाने के बाद भी प्याज के दामों में गिरावट नहीं होना चिंता का विषय बना हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार प्याज को लेकर सही नीति बनाती तो आज प्याज की कीमत इतनी नहीं होती. व्यापारी आरोप लगाते हैं कि सरकार ने प्याज खरीद के दौरान हल्की क्वालिटी की प्याज खरीदी, जो सरकारी गोदामों में सड़ गई. जिसका नतीजा ये निकला है कि अब प्याज महंगी हो गई है.

पढ़ेंः देहरादून: फिर प्याज के तेवर हुए 'लाल', दूसरे देशों से किया जाएगा आयात

हल्द्वानी मंडी के आलू फल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की ने बताया कि पहले मंडी में रोजाना 600 कुंटल प्याज की आवक होती थी जो आज 100 कुंटल भी नहीं हो पा रही है. वहीं, दुकानदारों का कहना है कि पहले लोग एक किलो या दो किलो प्याज आसानी से खरीद लेते थे. वहीं, आज ये हालत है कि पाव किलो प्याज खरीदने के लिए खरीददार को सोचना पड़ रहा है.

Intro:sammry- प्याज लोगों का निकाल रहा है आंसू मंडियों में नहीं मिल पा रहे हैं प्याज।


एंकर- बढ़ते प्याज के दाम ने सदन से लेकर सड़क तक हंगामा खड़ा कर दिया है। बढ़ते प्याज के दाम को लेकर विपक्ष जहां सरकार को घेरने पर लगी हुई है । प्याज धीरे-धीरे लोगों को थाली से गायब हो रहा था लेकिन अब प्याज बाजार से भी गायब हो रहा है। कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में प्याज होलसेल रेट में 90 से ₹95 प्रति किलो बिक रहा है जबकि खुदरा बाजार में 110 से ₹120 प्रति किलो बिक रहा है।


Body:प्याज के दाम लोगों का आंसू बहा रहा है 1 किलो प्याज खरीदने वाले लोग अब ढाई सौ ग्राम प्याज खरीद कर अपना काम चला रहे हैं। कुमाऊं की सबसे बड़ी हल्द्वानी मंडी में अब प्याज भी नहीं मिल पा रहा है ऐसे में व्यापारी भी अब परेशान नजर आ रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि नया प्याजा जाने के बाद भी प्याज के दामों में गिरावट नहीं होना चिंता का विषय बना हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार प्याज को लेकर सही नीति बनाती तो आज प्याज अपने इस महंगाई के चरम पर नहीं होता। व्यापारियों का आरोप है कि सरकार ने प्याज खरीद के दौरान हल्की क्वालिटी की खरीद की जो सरकारी गोदामों में सड़ गया जिसका नतीजा अब प्याज का महंगाई होना बताया जा रहा है।
हल्द्वानी मंडी के आलू फल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की ने बताया कि पहले मंडी में रोजाना 600 कुंटल प्याज की आवक होती थी जो आज 100 कुंटल भी नहीं मिल पा रहा है।

बाइट- जीवन सिंह कार्की अध्यक्ष आलू फल आढती एसोसिएशन हल्द्वानी मंडी


Conclusion: वह दुकानदारों का कहना है कि पहले लोग 1 किलो 2 किलो प्याज खरीदते थे जो आज के डेट में ढाई सौ ग्राम प्याज खरीद कर अपना काम चला रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि प्याज के दामों में अभी और उछाल हो सकता है।

बाइट -दुकानदार
Last Updated : Dec 5, 2019, 4:22 PM IST
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