हल्द्वानी: सदन से लेकर सड़क तक प्याज के बढ़ते दाम ही चर्चा के विषय हैं. अभी तक प्याज धीरे-धीरे लोगों की थाली से गायब हो रही था लेकिन, अब तो प्याज बाजार से भी गायब हो रही है. कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी हल्द्वानी में प्याज होलसेल रेट में 90 से 95 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जबकि खुदरा बाजार में 110 से 120 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है.
प्याज के दाम ने लोगों की आंखों के आंसुओं को और बढ़ा दिया है. कभी एक किलो प्याज खरीदने वाले लोग अब पाव किलो प्याज खरीदकर अपना काम चलाने को मजबूर हैं. हालात ये हो गए हैं कि कुमाऊं की सबसे बड़ी हल्द्वानी मंडी में अब प्याज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में व्यापारी भी परेशान नजर आ रहे हैं.
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व्यापारियों का कहना है कि नया प्याज जाने के बाद भी प्याज के दामों में गिरावट नहीं होना चिंता का विषय बना हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार प्याज को लेकर सही नीति बनाती तो आज प्याज की कीमत इतनी नहीं होती. व्यापारी आरोप लगाते हैं कि सरकार ने प्याज खरीद के दौरान हल्की क्वालिटी की प्याज खरीदी, जो सरकारी गोदामों में सड़ गई. जिसका नतीजा ये निकला है कि अब प्याज महंगी हो गई है.
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हल्द्वानी मंडी के आलू फल आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की ने बताया कि पहले मंडी में रोजाना 600 कुंटल प्याज की आवक होती थी जो आज 100 कुंटल भी नहीं हो पा रही है. वहीं, दुकानदारों का कहना है कि पहले लोग एक किलो या दो किलो प्याज आसानी से खरीद लेते थे. वहीं, आज ये हालत है कि पाव किलो प्याज खरीदने के लिए खरीददार को सोचना पड़ रहा है.