हल्द्वानी: शहर के गौलापार स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड (Trenching ground haldwani) नगर निगम और जिला प्रशासन के लिए मुसीबत बन गया है. यहां ट्रंचिंग ग्राउंड में एक लाख मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा पड़ा हुआ है. आलम ये है कि पूरा ट्रंचिंग ग्राउंड कूड़े से पूरी तरह से फुल हो चुका है. ऐसे में कूड़े को अब हाईवे पर डाला जा रहा है. लिहाजा, इस लीगेसी वेस्ट के निस्तारण के लिए एक प्लांट लगाया गया है, जो 6 महीने के भीतर ट्रंचिंग ग्राउंड में पड़े एक लाख मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण करेगा.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत (Kumaon Commissioner Deepak Rawat) ने प्लांट का निरीक्षण करते हुए कहा कि लगभग 1 लाख मीट्रिक टन कूड़े का ढेर है, जिसे नगर निगम द्वारा 6 माह में निस्तारित कर दिया जाएगा. इसके लिए नगर निगम द्वारा कार्ययोजना तैयार की गई है. जिसके तहत प्रतिदिन 600 मीट्रिक टन कूड़े को प्रोसेसिंग करने की योजना है. इस प्लांट की मदद से पुराने कूड़े का न सिर्फ निस्तारण होगा बल्कि सरकार को उससे राजस्व भी प्राप्त होगा.
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दीपक रावत ने बताया कि प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना हो गई है. ऐसे में संभवत: 1 या 2 दिन के भीतर में प्लांट काम करना शुरू कर देगा. निजी कंपनी द्वारा कूड़ा निस्तारण करने का काम किया जा रहा है. ऐसे में इस प्रोसेसिंग प्लांट के चालू हो जाने से सबसे बड़ी समस्या दूर हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि ट्रंचिंग ग्राउंड के कूड़ा निस्तारण के लिए काफी समय लगेगा. इसके लिए आगे भी कार्य योजना बनाई जा रही है. करीब 3 करोड़ के बजट से प्रोसेसिंग प्रक्रिया का काम शुरू होने जा रहा है. उम्मीद है कि शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रंचिंग ग्राउंड में पड़े कूड़े की समस्या जल्द दूर हो जाएगी.