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विदेशी सरजमी पर गाड़ी दौड़ाने के लिए कुमाऊं के युवाओं में बढ़ा क्रेज, जानिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस प्रोसेस - Haldwani RTO Office

International Driving License कुमाऊं मंडल में साल दर साल इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. उधम सिंह नगर में सबसे ज्यादा लोगों ने इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं. यहां हर साल इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 1, 2023, 10:57 AM IST

Updated : Dec 1, 2023, 12:43 PM IST

विदेशी सरजमी पर गाड़ी दौड़ाने के लिए कुमाऊं के युवाओं में बढ़ा क्रेज

हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल के युवाओं में इन दोनों इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनाने का क्रेज देखने को मिल रहा है. जिसका नतीजा है कि पिछले 6 सालों में संभागीय परिवहन कार्यालय हल्द्वानी के अंतर्गत करीब 1400 लोगों के इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किए गए हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवाने वालों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है. उत्तराखंड के कई शहरों के लोगों का विदेश आना-जाना रहता है. सबसे अधिक उधम सिंह नगर के लोगों का कनाडा और ऑस्ट्रेलिया आना-जाना रहता है. जिसका नतीजा है कि सबसे ज्यादा इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस उधम सिंह नगर से बने हैं.

संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी ने बताया कि युवाओं में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का क्रेज देखा जा रहा है. कुमाऊं मंडल के बहुत से लोगों का विदेश आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किया जाता है, जिसकी वैलिडिटी एक साल की होती है. आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2018 से लेकर 2023 अभी तक हल्द्वानी संभाग अंतर्गत आने वाले आरटीओ कार्यालय से 1392 इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किए गए हैं. जहां उधम सिंह नगर में सबसे ज्यादा परमिट जारी हुए हैं.
पढ़ें-36 करोड़ से बनेगा कुमाऊं का पहला ऑटोमेटिक ड्राइविंग स्कूल और कार्यालय, इन सुविधाओं से होगा लैस

रुद्रपुर एआरटीओ कार्यालय अंतर्गत वर्ष 2018 से लेकर अक्टूबर 2023 तक 506 परमिट जारी किए गए हैं, जबकि इस साल अक्टूबर तक 159 परमिट जारी किए गए हैं. काशीपुर एआरटीओ से 441 परमिट जारी किए गए हैं, जबकि इस साल अक्टूबर माह तक 190 परमिट जारी किए गए हैं. हल्द्वानी आरटीओ कार्यालय से 321 जबकि इस साल अभी तक 106 परमिट जारी किए गए हैं. रामनगर एआरटीओ कार्यालय से 6 सालों में 63 परमिट जारी किए गए हैं. जबकि इस साल 19 परमिट जारी किए गए हैं. टनकपुर एआरटीओ कार्यालय से 6 सालों में 51 में जबकि इस साल 25 इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किए गए हैं.
पढ़ें-जेब ढीली करना मंजूर लेकिन नहीं मानेंगे नियम, रिकॉर्ड कार्रवाई से मालामाल होता ट्रांसपोर्ट विभाग

संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया कि कई देशों में गाड़ी चलाने के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए आप नजदीकी आरटीओ ऑफिस में आवेदन करने के साथ ही parivahan.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.आवेदन में आपको उस देश का उल्लेख करना होगा, जहां आप जा रहे हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के पासपोर्ट के साथ-साथ अन्य दस्तावेज होना जरूरी है, साथ ही फॉर्म 4ए भरना होगा. इसके बाद परिवहन विभाग द्वारा इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किया जाता है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की अवधि केवल 1 साल के लिए मान्य होती है.

विदेशी सरजमी पर गाड़ी दौड़ाने के लिए कुमाऊं के युवाओं में बढ़ा क्रेज

हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल के युवाओं में इन दोनों इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनाने का क्रेज देखने को मिल रहा है. जिसका नतीजा है कि पिछले 6 सालों में संभागीय परिवहन कार्यालय हल्द्वानी के अंतर्गत करीब 1400 लोगों के इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किए गए हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवाने वालों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है. उत्तराखंड के कई शहरों के लोगों का विदेश आना-जाना रहता है. सबसे अधिक उधम सिंह नगर के लोगों का कनाडा और ऑस्ट्रेलिया आना-जाना रहता है. जिसका नतीजा है कि सबसे ज्यादा इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस उधम सिंह नगर से बने हैं.

संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी ने बताया कि युवाओं में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का क्रेज देखा जा रहा है. कुमाऊं मंडल के बहुत से लोगों का विदेश आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किया जाता है, जिसकी वैलिडिटी एक साल की होती है. आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2018 से लेकर 2023 अभी तक हल्द्वानी संभाग अंतर्गत आने वाले आरटीओ कार्यालय से 1392 इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किए गए हैं. जहां उधम सिंह नगर में सबसे ज्यादा परमिट जारी हुए हैं.
पढ़ें-36 करोड़ से बनेगा कुमाऊं का पहला ऑटोमेटिक ड्राइविंग स्कूल और कार्यालय, इन सुविधाओं से होगा लैस

रुद्रपुर एआरटीओ कार्यालय अंतर्गत वर्ष 2018 से लेकर अक्टूबर 2023 तक 506 परमिट जारी किए गए हैं, जबकि इस साल अक्टूबर तक 159 परमिट जारी किए गए हैं. काशीपुर एआरटीओ से 441 परमिट जारी किए गए हैं, जबकि इस साल अक्टूबर माह तक 190 परमिट जारी किए गए हैं. हल्द्वानी आरटीओ कार्यालय से 321 जबकि इस साल अभी तक 106 परमिट जारी किए गए हैं. रामनगर एआरटीओ कार्यालय से 6 सालों में 63 परमिट जारी किए गए हैं. जबकि इस साल 19 परमिट जारी किए गए हैं. टनकपुर एआरटीओ कार्यालय से 6 सालों में 51 में जबकि इस साल 25 इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किए गए हैं.
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संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया कि कई देशों में गाड़ी चलाने के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के लिए आप नजदीकी आरटीओ ऑफिस में आवेदन करने के साथ ही parivahan.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.आवेदन में आपको उस देश का उल्लेख करना होगा, जहां आप जा रहे हैं. इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के पासपोर्ट के साथ-साथ अन्य दस्तावेज होना जरूरी है, साथ ही फॉर्म 4ए भरना होगा. इसके बाद परिवहन विभाग द्वारा इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट जारी किया जाता है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की अवधि केवल 1 साल के लिए मान्य होती है.

Last Updated : Dec 1, 2023, 12:43 PM IST
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