रामनगरः नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) छात्र संगठन से जुड़े छात्रों ने रामनगर महाविद्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की. साथ ही कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति का पुतला दहन कर चूड़ियां भी भेजीं. इतना ही नहीं आक्रोशित छात्रों ने कुलपति को बीजेपी का एजेंट भी करार दिया है. छात्र परीक्षा तिथि को लेकर ठोस निर्णय नहीं लेने से नाराज हैं. उनका कहना है कि बार-बार परीक्षा तिथि बदलकर छात्रों का मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है.
रामनगर महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने एनएसयूआई के बैनर तले कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति का पुतला फूंका. महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष और छात्र नेता सुमित लोहनी ने बताया कि परीक्षाओं को लेकर कुलपति की ओर से बार-बार निर्णय बदला जा रहा है. इससे पहले 31 अगस्त को परीक्षाएं रद्द की गईं. जिन्हें एक महीने के बाद कराने का निर्णय लिया गया, लेकिन ठीक एक घंटे बाद ही इस फैसले को बदल कर फिर से उसी तिथि पर परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया.
ये भी पढ़ेंः कुमाऊं विवि की परीक्षाएं स्थगित होने से छात्रों में रोष, कुलपति के खिलाफ नारेबाजी
छात्र नेता सुमित लोहनी ने बताया कि परीक्षा कराने के निर्णय के बाद फिर से परीक्षा को रद्द कर एक महीने बाद कराने की बात कही गई. इतना ही नहीं उसके 2 दिन बाद ही दोबारा से परीक्षाओं को 10 सितंबर से कराने का निर्णय लिया गया. ऐसे में विश्वविद्यालय की ओर से बार-बार फैसला बदलकर छात्र-छात्राओं के साथ मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है.
एनएसयूआई से जुड़े छात्रों का आरोप है कि यह सारे निर्णय एबीवीपी और बीजेपी सरकार के दबाव में आकर लिए जा रहे हैं. जिससे यह प्रतीत होता है कि कुमाऊं विश्वविद्यालय का कुलपति नहीं, बल्कि बीजेपी के एजेंट बन गए हैं. जिसका एनएसयूआई पूरी तरह से विरोध करती है. कुलपति को सरकार के दबाव में आकर नहीं छात्र हितों को लेकर निर्णय लेना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने बिना परीक्षा ली फीस, NSUI ने कैंपस में जड़ा ताला
वहीं, पुतला दहन के दौरान एनएसयूआई के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुमित लोहनी, दीपक रावत, प्रशांत मनराल, ललित कड़ाकोटी, हर्षवर्धन पांडे, सोनू तिवारी, विकास कुमार, पवन हालसी, धीरज रावत, पंकज, प्रमोद कुमार, पल्लवी पांडे आदि मौजूद रहे. वहीं, उन्होंने कुलपति से परीक्षा को लेकर एक तिथि निर्धारित करने की मांग की.