रामनगर: जहां एक ओर प्रदेश में कोरोना कहर बरपा रहा है, वहीं दूसरी ओर रामनगर में लोगों को डेंगू की चिंता सता रही है. रामनगर की चोरपानी ग्राम सभा के ग्रामीण खुले में कूड़ा फेंकने के लिए मजबूर हैं. जबकि पिछले वर्ष रामनगर में डेंगू से 12 लोग प्रभावित हुए थे.
रामनगर की ग्राम सभा चोरपानी के ग्रामीण खुले नाले में कूड़ा फेंकने को मजबूर हैं, क्योंकि यहां कूड़ा उठान की कोई व्यवस्था नहीं है. इससे कोरोना के साथ ही लोगों में डेंगू की चिंता सता रही है. ग्रामीणों का कहना है कि वे इस संदर्भ में कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन उनकी फरियाद नहीं सुनी जा रही है. इससे लोगों में विभाग और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है.
क्या कहते हैं विधायक?
वहीं मामले में क्षेत्र के विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि पूर्व में भी क्षेत्र के ग्राम प्रधान द्वारा मामले से अवगत कराया गया है. उनके द्वारा उस समय भी अवगत करवाया गया था कि ग्राम पंचायत द्वारा टैक्स लेकर या फिर सामूहिक तरीके से इकट्ठा होकर इस कूड़े की समस्याओं से निस्तारण किया जा सकता है.
पढ़ें: रामनगर: 4 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत से क्षेत्र में दहशत
उन्होंने कहा कि पिछड़ी ग्रामसभा है. वहां के ग्राम प्रधान द्वारा भी सभी ग्रामवासियों से हर माह कुछ सहयोग लेकर नगर पालिका की गाड़ी क्षेत्र में लगाई गई है. क्षेत्र में कूड़े की गाड़ी आती है और कूड़ा उठाकर लेकर जाती है. विधायक ने कहा कि वे जल्द ही चोरपानी क्षेत्र के ग्राम प्रधान के साथ बैठकर समस्या का निस्तारण करेंगे. साथ ही नगरपालिका के अधिकारियों से इस बारे में बात करेंगे.