हल्द्वानी: गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद पूरे देश में कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. कुमाऊं के सबसे बड़े महानगर हल्द्वानी में भी कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा राम भरोसे ही चल रही है. आलम ये है कि कई दर्जनों कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चल रहे हैं. हालांकि, अग्निशमन विभाग के अधिकारी अब जल्द ही ऐसे सभी कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
कुमाऊं के सबसे बड़े महानगर हल्द्वानी में छात्र बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए यहां आते हैं. हल्द्वानी में 2 दर्जन से अधिक बड़े कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं, जहां सैकड़ों छात्र कोचिंग लेते हैं. लेकिन इन कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा राम भरोसे ही चल रही है. यहां ना तो अग्निशमन मानकों को पूरा किया गया है और ना ही ज्यादातर कोचिंग सेंटरों में एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाए गये हैं. ऐसे कई कोचिंग सेंटर लंबे समय से यहां संचालित हो रहे हैं.
फायर विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इक्का-दुक्का कोचिंग सेंटर ही ऐसे हैं, जिन्होंने एनओसी ली है. बाकी सब अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं. फायर विभाग के अधिकारियों ने सूरत में हुए हादसे के बाद 35 कोचिंग सेंटरों की जांच की तो उनमें दो कोचिंग सेंटर ही मानकों का पालन करते नजर आए. हालांकि, अग्निशमन विभाग अब जल्द सभी पर कार्रवाई करने का दावा कर रहा है.