हल्द्वानी: अफ्रीकी देश गिनी में फंसे (Indian sailors stranded in Guinea) हल्द्वानी निवासी सौरभ (Haldwani Saurabh in Guinea) सहित 16 भारतीयों से अब नहीं संपर्क नहीं हो पा रहा है. गिनी में फंसे सभी भारतीयों ने इंटरनेट मीडिया पर शेयर की गई सभी पोस्टों को हटा दिया है. तमाम घटनाक्रम से गौलापार हल्द्वानी के सौरभ स्वार व देहरादून के तनुज मेहता के परिजन परेशान हैं. सौरभ के परिजनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मदद की गुहार (Appeal to CM Pushkar Singh Dhami for help) लगाई है. आज सौरभ के परिजन हल्द्वानी एसडीएम कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने ज्ञापन देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पीएम मोदी और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से मदद की अपील की.
हल्द्वानी निवासी सौरभ स्वार सहित देहरादून निवासी कैप्टन अनुज मेहता (Captain Anuj Mehta resident of Dehradun) से अब परिजनों का संपर्क टूट गया है. ऐसे में परिजनों ने चिंता जाहिर की है. बुधवार को हल्द्वानी के गौलापार निवासी सीप में फंसे सौरभ स्वार सहित अन्य साथियों ने अपनी रिहाई के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई थी. गिनी में फंसे सभी भारतीयों ने वीडियो वायरल कर कहा था कि उनकी जल्द रिहाई की जाए नहीं तो अब उनको नाइजीरियन नेवी अपने हवाले लेने जा रही है. नाइजीरिया से खतरा बताया था. उनका कहना है कि गिनी नौसेना नाविकों को नाइजीरिया ले जा रही है.
पढ़ें- उत्तराखंड के दो युवकों समेत 16 भारतीय अफ्रीकी देश गिनी की हिरासत में, सीएम धामी से मदद की गुहार
गुरुवार से उत्तराखंड के गौलापार निवासी नाविक सौरभ का फोन रिसीव नहीं हो सका. जिसके कारण अब उनके स्वजनों में भी बेचैनी है. बुधवार को सौरभ के ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा था कि गिनी में उन्हें और उनके साथियों को जहाज के अंदर की कैद करके रखा गया है. गिनी नौसेना अब नाइजीरिया के हवाले करने जा रही है. जिस से खतरा बना हुआ है. बुधवार की रात 15 भारतीय नाविकों को गिनी नौसेना ने अपने वॉर शिप में शिफ्ट कर दिया था. नाइजीरिया चलने को कहा है. सभी भारतीयों ने इंटरनेट मीडिया पर शेयर की गई सभी पोस्टों को हटा दिया है.
पढ़ें- गिनी: नाविकों की रिहाई के लिए राज्यसभा सदस्य रहीम ने विदेश मंत्री को लिखा पत्र
गौलापार हल्द्वानी के सौरभ स्वार व देहरादून के तनुज मेहता ओएसएम फ्लीट मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी हैं और एमटी हीरोट ईडन शिप में काम करते हैं. सौरभ ने बताया था कि उनकी कंपनी का जहाज सभी देशों में जाता है और कच्चे तेल का ट्रांसपोर्टेशन करता है. इस दौरान हल्द्वानी एसडीएम मनीष कुमार सिंह ने ईटीवी भारत का धन्यवाद अदा किया. उन्होंने कहा सौरभ स्वार सहित अन्य फंसे भारतीयों के रिहाई को लेकर ईटीवी भारत लगातार खबरें दिखा रहा है. जिसके बाद ही केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने भी इसका संज्ञान लिया. उन्होंने विदेश मंत्रालय से मुलाकात करने की बात क मामले में हर संभव मदद देने की बात कही है.
पढ़ें-गिनी में हिरासत में लिए गए 16 भारतीय नाविकों का मामला, विदेश मंत्री से मिलेंगे अजय भट्ट
गिनी में हिरासत में हैं 16 भारतीय नाविक: अफ्रीकी देश गिनी में उत्तराखंड के सौरभ स्वार व तनुज मेहता समेत भारत के 16 शिप क्रू मेंबर हिरासत में लिए गए हैं. जहाज पर कुल 26 शिप क्रू मेंबर हिरासत में हैं. इन लोगों ने एक बार फिर से वीडियो जारी कर अपने आप को बचाने की गुहार लगाई है. वीडियो में पानी के जहाज के क्रू कह रहे हैं कि गिनी अब उनको नाइजीरिया नेवी के हवाले करने जा रहा है. ऐसे में अब उनको खतरा बना हुआ है.
14 अगस्त से हिरासत में हैं नाविक: जहाज के क्रू मेंबर 14 अगस्त से शिप में फंसे हुए हैं, जहां गिनी नेवी ने तीन महीनों से जहाज के अंदर ही उनको हिरासत में रखा है. उत्तराखंड के दोनों नाविकों ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को ईमेल भेजकर भी मदद मांगी है. रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलकर हल निकालने का आग्रह भी किया.
पढ़ें- चिंताजनकः पहाड़ों की तरफ बढ़ रहा दिल्ली का जहर, 3 गुना विषैली हुई हवा
उत्तराखंड के दो नाविक भी हिरासत में हैं: उत्तराखंड के हल्द्वानी गौलापार निवासी सौरभ ने बताया कि आठ अगस्त को उनका जहाज 26 नाविकों को लेकर कच्चा तेल भरने के लिए नाइजीरिया के एकेपीओ टर्मिनल पहुंचा था. लेकिन तेल भरने से पहले ही नाइजीरिया के इशारे पर 14 अगस्त को पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी की नौसेना ने उनके जहाज को कब्जे में ले लिया. शिप पर तेल चोरी और नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए जहाज के सभी 26 क्रू मेंबर को पिछले 14 अगस्त से हिरासत में रखा है. इनमें 16 भारतीय नाविक भी शामिल हैं. जहाज के क्रू मेंबर भारत सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हस्तक्षेप कर छुड़ाने की गुहार लगाने के लिए वीडियो भी शेयर कर चुके हैं.
पढ़ें- दून अस्पताल की नई OT बिल्डिंग का CM धामी ने किया लोकार्पण, मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
ये है पूरा मामला: तेल भरने के लिए उनका जहाज टर्मिनल से निकला तो नाइजीरिया ने तेल चोरी का आरोप लगा दिया और गिनी की समुद्री सीमा में प्रवेश करते ही नाइजीरिया के इशारे पर गिनी की नौसेना ने जहाज को रोक लिया. जहाज में सवार सभी लोगों को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की गई. उनके द्वारा बताया गया कि आपके द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया है. जिस पर उनकी कंपनी इसका जुर्माना भी भर चुकी है. नौसेना द्वारा शिप में हिरासत में रखा गया है. उनसे तीन से चार बार पूछताछ भी की जा चुकी है. वह यहां से छूटते हैं तो आगे नाइजीरिया के नौसेना कर्मी तैनात हैं, जो उन्हें आगे बढ़ने से रोक सकते हैं.
हिरासत में लिए गए लोगों की आपबीती: गिनी में हिरासत में लिए गए लोगों ने जहाज से ही एक वीडियो साझा किया है. इस वीडियो में ये लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि तीन महीने से बंधक रहने के कारण उनमें से अधिकांश बीमार पड़ गए हैं. देहरादून निवासी कैप्टन तनुज मेहता ने कहा कि उन्हें पहले मलेरिया हुआ और अब वो टाइफाइड से पीड़ित हैं. यही हाल हिरासत में लिए गए अन्य कर्मचारियों का भी है.
जहाज पर फंसे लोगों का विवरण- उत्तराखंड के दो, केरल के तीन, महाराष्ट्र से चार, तमिलनाडु से तीन, यूपी, आंध्रप्रदेश, राजस्थान और पश्चिमबंगाल से 1-1 नागरिक जहाज में फंसा है. वहीं, जहाज में 10 विदेशी नागरिक भी फंसे हैं. जिनमें श्रीलंका से आठ, पोलिस और फिलीपींस के 1-1 नागरिक शामिल है.