रामनगरः राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority) के निर्देश पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व समेत देश के सभी 50 टाइगर रिजर्व में फेज 3 में बाघों की गणना का कार्य शुरू हो गया है. हर चार साल में पूरे देश के टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना की जाती है.
बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हर चार साल में होने वाले फेज 3 की गणना का कार्य साल 2018 में हुआ था. जिसके नतीजे 29 जुलाई 2019 में आए थे. जिसमें कॉर्बेट पार्क में 231 बाघ पाए गए थे. उसके बाद कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने 2019 में बाघों की आंतरिक गणना करवाई थी. जिसमें बाघों की संख्या 231 से बढ़कर 252 पहुंच गई थी. जिसकी घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कॉर्बेट पार्क दौरे के दौरान धनगढ़ी गेट पर की थी.
ये भी पढ़ेंः NTCA के DIG ने किया कॉर्बेट नेशनल पार्क के रेस्क्यू सेंटर का निरीक्षण
फेज 3 के तहत पूरे देश के 50 से ज्यादा टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना हर 4 साल में एक साथ होती है. जिसके नतीजे भी एक साथ घोषित किए जाते हैं. जबकि, टाइगर रिजर्वों में हर साल बाघों की गणना भी की जाती है. जिसे फेज 4 की गणना (आंतरिक गणना) में रखा जाता है. जो टाइगर रिजर्व अपने हिसाब से हर साल करते हैं.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व समेत देश के 50-51 टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना का कार्य हर 4 साल में किया जाता है. पिछली बार 2018 में गणना की गयी थी. उन्होंने कहा कि 2021-22 के चक्र की कार्रवाई शुरू हो चुकी है. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की ओर से सभी फील्ड डायरेक्टर के साथ चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन के साथ बैठक कर ली गई है. इसमें जो भी फेस-1, फेस- 2 और फेस-3 हैं, इस पर कार्रवाई जल्द शुरू कर दी जाएगी.