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फैक्ट्रियों के प्रदूषण को लेकर हाई कोर्ट सख्त, सरकार से मांगा जवाब

पूर्व में कोर्ट ने केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड से सभी फैक्ट्रियों को लिस्ट मांगी थी. जिसमें कहा गया था कि प्रदेश की 30 से 35 फैक्ट्रियां ऐसी है जो केंद्रीय पर्यावरण प्रदूषण के मानकों को पूरा नहीं करती. लिहाजा राज्य सरकार इन फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्यवाही करे.

नैनीताल हाई कोर्ट
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Published : Mar 26, 2019, 9:10 PM IST

नैनीताल: उत्तराखंड में स्थित फैक्ट्रियों के प्रदूषण से संबंधित याचिका पर आज नैनीताल हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान सरकार ने कोर्ट की खंडपीठ को अवगत कराया कि सीपीसीबी द्वारा अभीतक मानकों को पूरा नहीं करने वाली लगभग 20 प्रतिशत फैक्ट्रियों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है. वहीं, अब राज्यसरकार ने इस मामले में कोर्ट के समक्ष चुनाव का हवाला देते हुए अगले बुधवार तक का समय मांगा है.

जानकारी देते अधिवक्ता नैनीताल हाई कोर्ट.

बता दें कि उधम सिंह नगर निवासी हिमांशु चंदोला ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा था कि उधम सिंह नगर में इंडस्ट्रीज के द्वारा वायु व जल प्रदूषण किया जा रहा है. जिससें कई लोगों की हेपेटाइटिस से मौत भी हो गई है. साथ ही याचिका में कहा कि प्रदूषण के कारण यहां की कृषि भूमि भी कृषि के लायक नहीं रह गई है. फैक्ट्रियों ने निकलने वाली गंदगी खेतों और नदियों में जा रही है.

वहीं, पूर्व में कोर्ट ने केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड से सभी फैक्ट्रियों को लिस्ट मांगी थी. जिसमें कहा गया था कि प्रदेश की 30 से 35 फैक्ट्रियां ऐसी है जो केंद्रीय पर्यावरण प्रदूषण के मानकों को पूरा नहीं करती. लिहाजा कोर्ट नेइन फैक्ट्रियों के खिलाफ राज्य सरकार कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे.

मंगलवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने कोर्ट कीखंडपीठ के समक्ष अपना जवाब पेश किया. राज्यसरकार ने कोर्ट में कहा कि पीसीबी द्वारा अभीतक मानकों को पूरा नहीं करने वाली लगभग 20 प्रतिशत फैक्ट्रियों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है. वहीं, अब इस मामले में कोर्ट के समक्ष चुनाव का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने अगले बुधवार तक का समय मांगा है.

नैनीताल: उत्तराखंड में स्थित फैक्ट्रियों के प्रदूषण से संबंधित याचिका पर आज नैनीताल हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान सरकार ने कोर्ट की खंडपीठ को अवगत कराया कि सीपीसीबी द्वारा अभीतक मानकों को पूरा नहीं करने वाली लगभग 20 प्रतिशत फैक्ट्रियों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है. वहीं, अब राज्यसरकार ने इस मामले में कोर्ट के समक्ष चुनाव का हवाला देते हुए अगले बुधवार तक का समय मांगा है.

जानकारी देते अधिवक्ता नैनीताल हाई कोर्ट.

बता दें कि उधम सिंह नगर निवासी हिमांशु चंदोला ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा था कि उधम सिंह नगर में इंडस्ट्रीज के द्वारा वायु व जल प्रदूषण किया जा रहा है. जिससें कई लोगों की हेपेटाइटिस से मौत भी हो गई है. साथ ही याचिका में कहा कि प्रदूषण के कारण यहां की कृषि भूमि भी कृषि के लायक नहीं रह गई है. फैक्ट्रियों ने निकलने वाली गंदगी खेतों और नदियों में जा रही है.

वहीं, पूर्व में कोर्ट ने केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड से सभी फैक्ट्रियों को लिस्ट मांगी थी. जिसमें कहा गया था कि प्रदेश की 30 से 35 फैक्ट्रियां ऐसी है जो केंद्रीय पर्यावरण प्रदूषण के मानकों को पूरा नहीं करती. लिहाजा कोर्ट नेइन फैक्ट्रियों के खिलाफ राज्य सरकार कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे.

मंगलवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने कोर्ट कीखंडपीठ के समक्ष अपना जवाब पेश किया. राज्यसरकार ने कोर्ट में कहा कि पीसीबी द्वारा अभीतक मानकों को पूरा नहीं करने वाली लगभग 20 प्रतिशत फैक्ट्रियों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है. वहीं, अब इस मामले में कोर्ट के समक्ष चुनाव का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने अगले बुधवार तक का समय मांगा है.

स्लग- पर्यावरण प्रदूषण पी आई एल

रिपोर्ट- गौरव जोशी

स्थान- नैनीताल

एंकर- नैनीताल हाई कोर्ट ने प्रदेश भर में फैक्ट्रियो द्वारा केंद्रीय पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड के मनको को पूरा नही करने व प्रदूषण किये जाने से सम्बंधित जनहित याचिका की सुनवाई में सरकार की तरफ से मौखिक रूप से खण्डपीठ को अवगत कराया गया कि प्रदूषण बोर्ड द्वारा अभी तक मानको को पूरा नही करने वाली लगभग 20 प्रतिशत या 130 फैक्ट्रियो को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया गया। सरकार ने चुनाव का हवाला देते हुए अगले वुधवार तक समय माँगा है। मामले कि अगली सुनवाई बुधवार की तिथि नियत की है ।  
      पूर्व में कोर्ट ने केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड से सभी फैक्ट्रियो को लिस्ट मांगी थी जिसमे कहा गया था कि प्रदेश की 30 से 35 फैक्ट्रियां ऐसी है जो केंद्रीय पर्यावरण प्रदूषण के मनको को पूरा नही करती है। इस रिपोर्ट पर राज्य सरकार को निर्देश दिए थे कि वे इस पर कार्यवाही करे। 
      आपको बतादे कि ऊधमसिंह नगर निवासी हिमांशु चंदोला ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा था कि ऊधमसिंह नगर में इंडस्ट्रीज के द्वारा वायु व जल प्रदूषण किया जा रहा है। जिससें कई लोगों की हेपोटाइट‌िस से मौत भी हो गई है। याचिका में कहा कि वहां की कृषि भूमि कृषि लायक भी नहीं रह गई है। वहां का सारा पानी खेतों व नदियों में जा रहा है जिससे वहां की नदी भी दूषित हो रहा है। 

बाईट सी के शर्मा अधिवक्ता नैनीताल हाई कोर्ट

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