हल्द्वानी: कोविड-19 के ओमीक्रोन XE वेरिएंट (Omicron XE Variants) को लेकर कई राज्यों में अलर्ट घोषित (Alert declared in many states) किया गया है. आशंका जताई जा रही है कि कोविड के चौथे लहर में सबसे ज्यादा असर बच्चों में देखने को मिल सकता है. इसको लेकर नैनीताल स्वास्थ्य विभाग (Nainital Health Department) ने टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ स्कूलों को दिशा-निर्देश जारी किया है. जिसमें छात्रों को मास्क के साथ-साथ साफ-सफाई और सैनिटाइजर का विशेष ध्यान देने को कहा गया है.
कोविड के नये वेरिएंट की दस्तक (new variant of Covid)के बाद कई राज्यों में स्कूल के पढ़ाई को छोड़ कई गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. ऐसे में ओमीक्रोन XE के नए वेरिएंट को लेकर नैनीताल स्वास्थ्य विभाग गंभीर (Nainital health department serious about new variants)है. स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ स्कूलों में बच्चों को मास्क, साफ-सफाई और सैनिटाइजर का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं. ताकि नए वेरिएंट को फैलने से रोका जा सके.
ये भी पढ़ें: हरिद्वार में आबादी वाले क्षेत्र में घुसा मगरमच्छ, वन कर्मियों ने किया रेस्क्यू
अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी रश्मि पंत (Additional Chief Health Officer Rashmi Pant) ने कहा नए वेरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सचेत है. टेस्टिंग बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है. ब्लॉक स्तर पर टेस्टिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है. स्कूलों में साफ सफाई के साथ-साथ बच्चों के मास्क और सैनिटाइजर को लेकर निर्देश दिया गया है.
इसके साथ ही लोगों से अपील किया गया है कि इस बीमारी से किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है. केवल बचाओ ही इस बीमारी का विकल्प है. इसके अलावा बूस्टर डोज लगाया जा रहा है. बुजुर्गों को घर-घर जाकर बूस्टर डोज लगाया जा रहा है.अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कोविड-19 की चौथे लहर की आशंका को देखते हुए सभी तरह की व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है. जल्द ही बैठक कर कुछ और दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे. इसके अलावा शासन द्वारा जो भी गाइडलाइन आएगी, उसका पालन कराया जाएगा. स्कूलों में सतर्कता बरती जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाने के दिए निर्देश: नैनीताल स्वास्थ्य विभाग 12 साल से 14 साल के बच्चों को टीकाकरण में काफी पीछे है. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन और स्कूलों के प्रबंधन के साथ बैठक हुई. जिसमें सख्त निर्देश दिए गए कि हर हालत में 31 मई माह तक शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाए. बताया जा रहा है कि 12 से 14 साल के बीच के बच्चों का मात्र 50% ही कोविड-19 टीकाकरण हो पाया है. जबकि 15 साल से 18 साल के बीच 80% टीकाकरण हुआ है.
डीएम के निर्देश के बाद सिटी मजिस्ट्रेट, डिप्टी सीएमओ के साथ-साथ मुख्य शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में आज हल्द्वानी के नगर निगम सभागार में जिले के सभी स्कूल संचालकों के साथ बैठक हुई. जिसमें सरकारी और निजी स्कूल प्रबंधक शामिल हुए जिसमें सख्त निर्देश दिया गया कि कोविड-19 टीकाकरण को शत-प्रतिशत पूरा किया जाए. सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने कहा की स्कूलों द्वारा टीकाकरण में काफी लापरवाही देखी जा रही है. जिसको देखते हुए उन को निर्देशित किया गया है कि टीकाकरण को शत-प्रतिशत किया जाए जिसके लिए उनको 31 मई तक का समय दिया गया है.