हल्द्वानी: दिल्ली के शाहीन बाग और लखनऊ के घंटाघर की तरह उत्तराखंड के हल्द्वानी में सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में सड़कों पर उतर आई हैं. इस कड़ाके की ठंड में देर रात सैकड़ों महिलाएं ताज चौराहे पर सीएए और एनआरसी का विरोध कर रही हैं. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी दर्जनों कांग्रेसी महिलाओं के साथ सीएए के विरोध प्रदर्शन में पहुंचीं और उनका समर्थन किया.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष हृदयेश ने सीएए को संविधान के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दो बड़े नेताओं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर के वकील हैं वह भी सुप्रीम कोर्ट में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ संविधान की रक्षा के लिए पैरवी कर रहे हैं. उन्हें पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट संविधान की रक्षा के लिए आगे आएगा.
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हल्द्वानी के ताज चौराहे पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं बुधवार से सीएए के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने उन्हें अपना समर्थन दिया.
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इंदिरा हृदयेश ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान का भी जवाब दिया है, जिसमें सीएम त्रिवेंद्र ने कहा था कि कुछ लोग बाहर से आकर उत्तराखंड में सीएए को विरोध कर हैं. सीएम के इस बयान पर इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद जांच करा लें कि प्रदर्शन कर रहे लोग हल्द्वानी के हैं या बाहर के. इंदिरा हृदयेश ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि ऐसा कानून क्यों बनाया है जिसे बार-बार बताना पड़ रहा है कि यह कानून ठीक है.